गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र में बुधवार की देर रात पुलिस और गो-तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए आरोपी की पहचान बिहार के गोपालगंज जिले के दुबौली तकिया निवासी पप्पू शाह के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। खोराबार थाना प्रभारी इत्यानंद पांडेय के अनुसार, पुलिस टीम क्षेत्र में नियमित गश्त पर थी तभी सूचना मिली कि गो-तस्करी से जुड़े एक वांछित अपराधी मोटरसाइकिल से वनसपति माता मंदिर तिराहे की ओर आ रहा है। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की और थोड़ी देर बाद बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल पर आरोपी दिखाई दिया। रुकने का इशारा मिलने पर उसने पुलिस टीम पर गोली चला दी, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की और उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया।
बरामद हथियार और पुलिस की जांच कार्रवाई
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक देशी तमंचा 315 बोर, एक फायर हुआ खोखा कारतूस, एक जिंदा कारतूस और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमला और अवैध हथियार रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। बताया गया कि पप्पू शाह पर पहले से कई गो-तस्करी के मामले दर्ज हैं और वह लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से बचता फिर रहा था। आरोपी बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर सक्रिय गिरोह का हिस्सा बताया जा रहा है, जो गोवंश की तस्करी और अवैध पशु परिवहन में संलिप्त रहा है। पुलिस अब उसके नेटवर्क, सहयोगियों और वित्तीय गतिविधियों की भी जांच कर रही है ताकि पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जा सके।
पुलिस की सख्त निगरानी और आगे की कार्यवाही
खोराबार थानाध्यक्ष ने बताया कि पप्पू शाह काफी समय से फरार था और गो-तस्करी के मामलों में वांछित अभियुक्त के रूप में नामजद था। उसके गिरोह की गतिविधियों पर पुलिस लगातार नजर बनाए हुए थी और मुखबिर की सूचना पर उसे पकड़ने की योजना बनाई गई थी। मुठभेड़ के बाद घायल तस्कर को गिरफ्तार कर जब्त किए गए हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस अब उसके मोबाइल, संपर्क सूत्रों और बैंक लेनदेन की भी जांच कर रही है ताकि गो-तस्करी के इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से क्षेत्र में गो-तस्करी करने वाले गिरोहों के खिलाफ एक सख्त संदेश गया है और आगे भी ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।




