आरोपी दुर्गेश की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई
गोरखपुर के खोराबार थाना क्षेत्र में रविवार देर रात हुई घटना ने पूरे पुलिस महकमे को हिला दिया। दरअसल, गश्त के दौरान दरोगा अनूप कुमार सरोज और मुख्य आरक्षी राजेश प्रेमी पर एक युवक ने ब्लेड और डंडे से हमला कर दिया। दोनों पुलिसकर्मियों को प्राथमिक इलाज के बाद एम्स गोरखपुर रेफर किया गया। पुलिस ने हमलावर दुर्गेश पासवान को मौके से हिरासत में लिया और सोमवार को जेल भेज दिया। तलाशी के दौरान उसके पास से चाकू, ब्लेड और डंडा बरामद किया गया। पुलिस ने उस पर हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह शराब के नशे में था और उसे लगा कि सामने खड़े लोग पड़ोसी हैं, जिससे उसका विवाद चल रहा था। उसने यह भी कहा कि नशे की हालत में वह पुलिस की वर्दी पहचान नहीं पाया और गलती से हमला कर बैठा। गिरफ्तारी के बाद उसने अफसोस जताते हुए माफी भी मांगी। वहीं, पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी का भाई पंद्रह दिन पहले गैंगस्टर एक्ट में जेल भेजा गया था, जिससे परिवार पहले ही पुलिस की कार्रवाई को लेकर नाराज था।
गश्त के दौरान अचानक हुआ हमला
पुलिस की जांच में सामने आया कि रविवार की रात लगभग दस बजे दरोगा अनूप और सिपाही राजेश गश्त पर थे। वे बाइक से खोराबार गांव के घुठठ टोला रास्ते से गुजर रहे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि दुर्गेश पासवान सड़क पर खड़ा होकर गाली-गलौज कर रहा है और हाथ में डंडा लेकर आने-जाने वालों को धमका रहा है। जब पुलिस ने उसे रोका और शांत रहने को कहा तो दुर्गेश भड़क गया। उसे लगा कि पड़ोसियों ने पुलिस बुला ली है। इसी गुस्से में उसने पहले डंडे से हमला किया और बाद में ब्लेड से अनूप पर वार कर दिया। ब्लेड उनके चेहरे और गले पर लगा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में उनकी वर्दी भी फट गई। इसके बाद आरोपी ने सिपाही राजेश को भी लाठी से मारा, जिसमें वह घायल हो गए। तुरंत थाने पर सूचना दी गई और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। घायल पुलिसकर्मियों को प्राथमिक उपचार के लिए खोराबार के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और फिर उन्हें एम्स गोरखपुर रेफर किया गया।
पारिवारिक विवाद से उपजा तनाव और ग्रामीणों की गवाही
दुर्गेश पासवान के परिवार और ग्रामीणों ने घटना की पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी दी। उसकी पत्नी ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके बेटे का वीडियो पड़ोस के युवकों ने सड़क किनारे शौच के दौरान बना लिया था। इसी बात को लेकर परिवार में पड़ोसियों से विवाद चल रहा था। घटना की रात दुर्गेश उसी मुद्दे पर गाली-गलौज कर रहा था। जब दरोगा अनूप ने सड़क पर खड़े होकर अभद्रता करने से मना किया तो वह और ज्यादा आक्रामक हो गया। ग्रामीणों ने भी गवाही दी कि दुर्गेश पहले से गुस्से में था और शराब के नशे में धुत होकर किसी भी समझाने वाले पर हमला कर रहा था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के आक्रामक रवैये और हमले की गंभीरता को देखते हुए सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल वह जेल भेजा जा चुका है और मामले की आगे की जांच जारी है। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है कि शराब और पारिवारिक विवाद किस तरह कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बन जाते हैं और कैसे एक छोटी सी गलती बड़े अपराध में बदल सकती है।