गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में देवरिया बाईपास स्थित पेट्रोल पंप पर कुछ महीने पहले हुई फायरिंग की घटना ने इलाके में दहशत फैला दी थी। आरोप है कि गोपलापुर निवासी अर्जित यादव जब पेट्रोल भरवाने पहुंचे तो उसी दौरान तीन युवक भी बाइक से वहां पहुंचे। उन्होंने बाइक गलत तरीके से खड़ी की। जब अर्जित ने उन्हें सही ढंग से खड़ा करने के लिए कहा तो विवाद बढ़ गया और आरोपियों में से एक ने तमंचे से फायरिंग कर दी। हालांकि मौके पर अफरातफरी के बीच किसी को चोट नहीं आई लेकिन घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
डीएम के अनुमोदन के बाद पुलिस ने अब इस मामले में गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने रामपुर निवासी आकाश साहनी को गिरोह का सरगना घोषित किया है, जबकि जेल रोड निवासी सरफराज और शाहपुर आवास विकास कॉलोनी निवासी मैनुद्दीन को उसके गुर्गे के रूप में चिह्नित किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह की आपराधिक गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और भविष्य में भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
पुलिस ने तेज की आरोपियों की तलाश
हालांकि आरोपियों को पहले जेल भेजा जा चुका है, लेकिन गैंगस्टर एक्ट लगने के बाद पुलिस उनकी गतिविधियों और नेटवर्क की गहन जांच कर रही है। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है और उनकी संपत्तियों की भी जांच कराई जाएगी। पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने वाले अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यह कार्रवाई पुलिस की ओर से अपराधियों को स्पष्ट संदेश देती है कि सार्वजनिक जगहों पर दहशत फैलाने या कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों को अब गैंगस्टर एक्ट जैसे कड़े कानूनों का सामना करना पड़ेगा।