गोरखपुर जिले के सहजनवा क्षेत्र के पाली गांव में आज सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब भूसे से ओवरलोड एक पिकअप बिजली के तारों से टकरा गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह वाहन इतना ज्यादा लदा हुआ था कि उसका ऊपरी हिस्सा सड़क किनारे खिंचे हुए बिजली के तारों से बार-बार टकरा रहा था। UP56 T1855 नंबर की इस पिकअप की ऊंचाई सामान्य सीमा से कहीं अधिक थी, जिससे न केवल चालक बल्कि आसपास से गुजरने वाले लोगों की जान पर भी खतरा मंडराने लगा। सुबह के समय जब सड़क पर लोगों की आवाजाही अधिक थी, तभी यह हादसा टल गया। ग्रामीणों ने बताया कि अगर तारों में करंट प्रवाहित होता या वाहन में आग लगती, तो स्थिति भयावह हो सकती थी। मौके पर मौजूद राहगीरों ने तुरंत चालक को सावधान किया और वाहन को आगे बढ़ाने से रोका। यह घटना क्षेत्र में सड़क सुरक्षा और परिवहन नियमों की अनदेखी का ताजा उदाहरण बन गई है।
ओवरलोड वाहनों की लापरवाही बनी स्थायी समस्या
पाली और आसपास के इलाकों में ओवरलोड वाहनों की आवाजाही आम बात हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि भूसा, गन्ना और अन्य सामान से भरे ट्रक व पिकअप अक्सर भार सीमा से अधिक वजन लेकर निकलते हैं, जिससे सड़कों की हालत बिगड़ने के साथ-साथ हादसों का खतरा भी बना रहता है। कुछ स्थानों पर तो इन वाहनों की ऊंचाई इतनी होती है कि वे सड़क किनारे लगे तारों, पेड़ों की डालियों और साइन बोर्ड तक से टकरा जाते हैं। स्थानीय निवासी गंगा प्रसाद, गुंजन, अजय, महेंद्र और बबलू ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में कई बार ऐसी घटनाएं घट चुकी हैं लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस और परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण ओवरलोडिंग पर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। आए दिन जानमाल की जोखिम के बावजूद चालक नियमों को दरकिनार करते हुए मनमाने तरीके से वाहन चला रहे हैं। कई बार लोग स्वयं वाहनों को रोककर चालक को चेतावनी देते हैं, परन्तु उसके बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं।
ग्रामीणों ने की प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
घटना के बाद पाली क्षेत्र के लोगों में आक्रोश फैल गया है। ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से प्रशासन से मांग की है कि ऐसे ओवरलोड वाहनों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए और संबंधित चालकों पर जुर्माना लगाया जाए ताकि भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो। स्थानीय निवासियों ने कहा कि अगर इस प्रकार के वाहन सड़क पर बिना जांच के चलते रहे तो कभी भी जानलेवा दुर्घटना हो सकती है। उन्होंने बिजली विभाग से भी अनुरोध किया कि ग्रामीण इलाकों में नीचे लटके तारों की मरम्मत और ऊंचाई बढ़ाने के कदम जल्द उठाए जाएं। लोगों का कहना है कि प्रशासन को सड़क सुरक्षा को लेकर सघन अभियान चलाना चाहिए और ओवरलोडिंग रोकने के लिए नाके स्थापित करने चाहिए। यातायात पुलिस को भी नियमित गश्त करनी चाहिए ताकि नियम तोड़ने वालों पर नजर रखी जा सके। फिलहाल इस घटना से क्षेत्र के लोगों में जागरूकता बढ़ी है और सभी ने एक स्वर में कहा कि अगर समय रहते ध्यान न दिया गया तो अगली बार ऐसी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। ग्रामीणों की मांग है कि पाली सहित पूरे सहजनवा क्षेत्र में प्रशासन स्थायी समाधान निकाले, जिससे न सिर्फ सड़कें सुरक्षित रहें बल्कि लोगों की जान भी बचाई जा सके।




