ट्रायल रहा सफल, जाम से मिली राहत
गोरखपुर की सड़कों पर लगने वाले लंबे जाम से अब शहरवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है। पुलिस प्रशासन ने मुंबई मॉडल की तर्ज पर वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में फिराक चौक से बेतियाहाता तक वन-वे का ट्रायल किया गया, जो पूरी तरह सफल रहा। इस दौरान वाहन बिना रुके सुचारु रूप से गुजरते रहे और भीड़भाड़ की स्थिति नहीं बनी। स्थानीय लोगों ने भी इस बदलाव को सकारात्मक बताया और राहत महसूस की। एडीजी मुथा अशोक जैन ने स्पष्ट किया कि जिन मार्गों पर जाम की समस्या गंभीर है, वहां वन-वे व्यवस्था लागू की जाएगी। फिलहाल रेती रोड, गीता प्रेस रोड और बैंक रोड जैसी व्यस्त और संकरी सड़कों पर इस व्यवस्था को अपनाने की योजना है। ट्रैफिक पुलिस इन मार्गों का निरीक्षण कर रही है और रिपोर्ट के आधार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
मुंबई मॉडल से ट्रैफिक व्यवस्था होगी बेहतर
अधिकारियों का मानना है कि शहर की कई सड़कें दोनों तरफ से वाहनों के दबाव के कारण लगातार जाम की चपेट में रहती हैं। ऐसे में वन-वे व्यवस्था लागू होने के बाद यातायात का दबाव बंटेगा और दुर्घटनाओं की संभावना भी कम होगी। योजना के तहत न केवल मुख्य मार्गों बल्कि भीड़भाड़ वाले बाजारों और गलियों में भी वन-वे नियम लागू किया जाएगा, जिससे पैदल यात्रियों और खरीदारी करने वालों को भी सहूलियत होगी। मुंबई जैसे महानगर में इस मॉडल ने ट्रैफिक जाम को काफी हद तक नियंत्रित किया है और अब गोरखपुर पुलिस भी उसी दिशा में कदम बढ़ा रही है। एसपी ट्रैफिक संजय कुमार ने बताया कि व्यवस्था लागू करने से पहले सभी मार्गों पर दिशा-निर्देश, साइन बोर्ड और बैरिकेडिंग लगाई जाएगी, ताकि वाहन चालक किसी भी तरह की उलझन में न पड़ें।
नई तैनाती से मिलेगी मजबूती
यातायात व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए गोरखपुर पुलिस को जल्द ही 200 अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिसकर्मी उपलब्ध कराए जाएंगे। इनमें यातायात निरीक्षक से लेकर आरक्षी तक शामिल होंगे। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद यह जवान शहर की सड़कों पर तैनात किए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि अतिरिक्त बल मिलने से न केवल वन-वे व्यवस्था को सही ढंग से लागू किया जा सकेगा बल्कि ट्रैफिक अनुशासन पर भी बेहतर नियंत्रण होगा। पुलिस प्रशासन का दावा है कि इस नई व्यवस्था से आने वाले दिनों में शहर की यातायात समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी और लोग बिना परेशानी के आसानी से सफर कर सकेंगे। इस पहल को लेकर आम नागरिकों में भी उत्साह है और सभी को उम्मीद है कि गोरखपुर की सड़कें अब जाम से धीरे-धीरे मुक्त हो जाएंगी।