गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज रोड स्थित मोगलहा इलाके में रविवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका शशिबाला मौर्य अपनी बेटी साक्षी और बेटे श्रेयांश के साथ नया बन रहा घर देखने पहुंची थीं। घर की छत पर जाते समय 18 वर्षीय साक्षी, जो कक्षा 12 की छात्रा थी, रेलिंग से नीचे झांक रही थी और बीच-बीच में मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल कर रही थी। इसी दौरान उसका संपर्क घर के पास से गुजर रहे खुले बिजली के तार से हो गया। करंट लगने के बाद वह बुरी तरह झुलस गई और मां के सामने ही छटपटाते हुए उसकी मौत हो गई। आसपास मौजूद लोग मदद के लिए दौड़े और प्लास्टिक पाइप की मदद से बिजली के तार से छात्रा को अलग किया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मौके पर चीख-पुकार मच गई। सूचना पर गुलरिहा थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए BRD मेडिकल कॉलेज भेजा।
पति की मौत के बाद बेटी थी सहारा, अब टूटा पूरा परिवार
गुलरिहा क्षेत्र के सेमरा नंबर-2 निवासी शशिबाला मौर्य पहले से ही गहरे सदमे में थीं क्योंकि उनके पति का निधन कुछ समय पहले हो चुका था। पीएचडी करने के बाद शशिबाला को सरकारी नौकरी मिली थी और तभी से परिवार की सारी जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी। पति के जाने के बाद बेटी साक्षी उनका हर काम में सहारा बनी हुई थी। रविवार को हुए इस हादसे ने मां की दुनिया ही उजाड़ दी। उनका 11 वर्षीय बेटा श्रेयांश अभी छोटा है और पूरे परिवार की जिम्मेदारी अब केवल मां पर आ गई है। शशिबाला ने बताया कि छुट्टी का दिन होने के कारण वे बच्चों के साथ नए घर का काम देखने आई थीं। तभी यह हादसा हुआ। बेटी की मौत के बाद शशिबाला बार-बार बेहोश हो रही हैं और रो-रोकर उनका हाल बेहाल है। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने उन्हें संभालने की कोशिश की, लेकिन पति के बाद बेटी के अचानक चले जाने से पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल, जांच शुरू
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि घनी आबादी वाले क्षेत्र से गुजर रही मेन लाइन का तार खुला और असुरक्षित तरीके से पड़ा हुआ था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। राप्ती नगर फीडर के एक्सईएन अभिषेक कुमार ने पुष्टि की कि युवती मोबाइल इस्तेमाल कर रही थी और खतरनाक दूरी पर मौजूद मेन लाइन की चपेट में आ गई। हादसे के बाद तुरंत पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति काट दी गई और टीम को मौके पर भेजा गया। अधिकारियों ने कहा कि लाइन की जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। वहीं, सीओ गोरखनाथ रवि कुमार सिंह ने बताया कि करंट लगने से लड़की की मौत हुई है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि बिजली विभाग इस तरह की लापरवाही न दोहराए और सुरक्षित बिजली व्यवस्था सुनिश्चित करे। गोरखपुर में हुए इस हादसे ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं और क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।