गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के तरंग क्रॉसिंग पर 11 सितंबर की रात वंदेभारत एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 22550) पर अचानक पथराव कर दिया गया। ट्रेन के खड़े होने के दौरान दो युवकों ने एसी बोगी पर पत्थर चलाए, जिससे C-6 कोच की सीट संख्या 13 और 14 के पास का शीशा तथा C-8 कोच के दरवाजे का शीशा टूट गया। अचानक हुए इस हमले से यात्रियों में अफरातफरी मच गई। ट्रेन में तैनात स्कोर्ट ड्यूटी स्टाफ तत्काल बाहर निकला और हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन आरोपी मौके से भाग निकले। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट गोरखपुर में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान मुखबिर की सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी ने संयुक्त अभियान चलाकर दो युवकों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान गोरखनाथ क्षेत्र के जटेपुर काली मंदिर निवासी शुभम पासवान (24) और बस्ती जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के छतौरा निवासी चंदन शुक्ला (23) के रूप में हुई। पूछताछ में दोनों ने पथराव की बात स्वीकार की। हालांकि, उन्होंने इस घटना को अंजाम देने के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
रेलवे की सख्ती और सुरक्षा पर संदेश
रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी का कहना है कि वंदेभारत एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण और हाई-स्पीड ट्रेनों पर हमला गंभीर अपराध है, जो न केवल यात्रियों की जान खतरे में डालता है बल्कि रेलवे की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाता है। इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने चेतावनी दी है कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। यह मामला एक बार फिर से दिखाता है कि ट्रेन की सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रशासन लगातार चौकस है।