श्री चित्रगुप्त मंदिर सभा की नई कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में मंगलवार का दिन कायस्थ समाज के लिए ऐतिहासिक बनने जा रहा है क्योंकि श्री चित्रगुप्त मंदिर सभा की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी आज औपचारिक रूप से शपथ लेगी। यह आयोजन गोरखपुर क्लब में किया जाएगा, जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। जुलाई माह में हुए चुनाव में अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष पद के लिए मतदान संपन्न हुआ था, जबकि अन्य पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ था। इस चुनाव प्रक्रिया को संपन्न कराने में लंबा समय और संघर्ष करना पड़ा था, जिसमें प्रशासन को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था। कार्यकारिणी के गठन के बाद अब सभी पदाधिकारी सीएम योगी की मौजूदगी में शपथ ग्रहण करेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर कायस्थ समाज के लोग उत्साहित हैं और बड़े पैमाने पर समाज के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी सभा को संबोधित भी करेंगे और समाज की एकता एवं योगदान पर अपने विचार रखेंगे।
गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और पुण्यतिथि कार्यक्रमों में होगी मौजूदगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा केवल श्री चित्रगुप्त मंदिर सभा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि वे गोरखनाथ मंदिर में भी कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सीएम सबसे पहले गुरु गोरखनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की पूजा-अर्चना करेंगे और फिर श्री चित्रगुप्त मंदिर सभा की कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। इसके साथ ही गोरखनाथ मंदिर में आयोजित श्रीमदभागवत कथा में भी उनकी मौजूदगी रहेगी, जो ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 56वीं और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 11वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर व्यापक धार्मिक अनुष्ठान और कथा का आयोजन होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम दो दिनों तक चलेगा, जहां वे 10 सितंबर को महंत दिग्विजयनाथ की पुण्यतिथि पर आयोजित व्याख्यानमाला की अध्यक्षता करेंगे और 11 सितंबर को महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर भी विशेष व्याख्यान में भाग लेंगे। इन आयोजनों से न केवल गोरखपुर बल्कि पूरे प्रदेश में धार्मिक और सांस्कृतिक माहौल प्रगाढ़ होगा।
प्रशासनिक समीक्षा और त्योहारों पर विशेष निर्देश की संभावना
हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा मुख्यतः धार्मिक और सामाजिक आयोजनों से जुड़ा है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि वे इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी कर सकते हैं। इस बैठक में जिले में चल रही विकास परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट ली जा सकती है और साथ ही कानून-व्यवस्था की स्थिति की भी समीक्षा होने की संभावना है। त्योहारों के मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश भी दे सकते हैं ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो और प्रदेश में शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे। उनके इस दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है और स्थानीय प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। गोरखपुर के लोगों में इस कार्यक्रम को लेकर उत्सुकता है, क्योंकि यह केवल कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण नहीं बल्कि समाज, राजनीति और प्रशासन का साझा मंच भी बन रहा है। मुख्यमंत्री का यह दौरा एक ओर जहां समाज के प्रतिनिधियों को सम्मान देगा, वहीं दूसरी ओर विकास और सुशासन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेगा।