गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर जिले के चिलुआताल थाना क्षेत्र के रामपुर चक गांव में रविवार को एक परिवार पर हमला करने का मामला सामने आया है। घटना उस समय हुई जब पीड़िता किरन अपने पति नंद कुमार और बेटे सत्यम के साथ एक घर से दूसरे घर जा रही थी। पीड़िता के अनुसार रास्ते में ही गांव के चार लोग—श्री यादव, अवधेश यादव, गीता यादव और सबिता यादव—ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान आरोपियों ने पहले गाली-गलौज की और जब परिवार ने विरोध किया तो बात मारपीट तक पहुंच गई। बताया जा रहा है कि यह विवाद गांव में चल रही पुरानी रंजिश से जुड़ा हुआ है। अचानक हुए इस हमले से परिवार में दहशत का माहौल है और ग्रामीणों में भी घटना को लेकर चर्चा बनी हुई है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
घटना की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता किरन ने चिलुआताल थाने में लिखित तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को खंगाला जाएगा। शुरुआती जांच में सामने आया है कि पीड़ित और आरोपियों के बीच पहले से विवाद चल रहा था, जिसके कारण यह हमला हुआ। पुलिस अब आरोपियों की भूमिका और घटना के पीछे की वास्तविक वजह का पता लगाने में जुटी है। वहीं, पीड़ित परिवार ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।
ग्रामीणों में बढ़ी चिंता
इस घटना ने गांव के अन्य लोगों को भी चिंतित कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुरानी रंजिश के चलते अक्सर तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो जाती है और कभी भी विवाद बड़ा रूप ले सकता है। लोगों का मानना है कि यदि समय रहते ऐसी घटनाओं पर सख्ती से कार्रवाई न की गई तो भविष्य में हालात और बिगड़ सकते हैं। फिलहाल चिलुआताल पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा और गांव में शांति व्यवस्था बहाल होगी।