गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर होकर सहरसा से छेरहटा (अमृतसर) तक नई अमृत भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो गया है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया में आयोजित जनसभा से वर्चुअल माध्यम से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह गोरखपुर से होकर गुजरने वाली पांचवीं अमृत भारत एक्सप्रेस है, जिससे यहां के यात्रियों को एक और सीधी ट्रेन सुविधा मिल जाएगी। रेलवे के अनुसार इस ट्रेन का नियमित संचालन शेड्यूल जल्द घोषित किया जाएगा। इस नई सेवा से उत्तर बिहार से पंजाब तक की लंबी दूरी की यात्रा अब तेज, आरामदायक और किफायती हो जाएगी। उद्घाटन स्पेशल ट्रेन (05531) सहरसा से रवाना होकर गोरखपुर से रात 3:10 बजे गुजरी और बस्ती, गोंडा, सीतापुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, अंबाला कैंट, जालंधर सिटी होते हुए अमृतसर और फिर छेरहटा पहुंची।
आधुनिक सुविधाओं से लैस 22 कोच वाली ट्रेन
इस नई अमृत भारत एक्सप्रेस में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई आधुनिक फीचर्स जोड़े गए हैं। कुल 22 कोच वाली इस ट्रेन में एक साथ 1834 यात्री सफर कर सकते हैं। इसमें स्लीपर और जनरल श्रेणी के कोच हैं, जिससे लंबी दूरी के यात्रियों को किफायती टिकट पर सफर करने का मौका मिलेगा। ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर कोच पर निगरानी रखी जा सके। इसके अलावा टॉक-बैक सिस्टम की सुविधा दी गई है जिससे आपात स्थिति में यात्री सीधे लोको पायलट या ट्रेन मैनेजर से संवाद कर सकते हैं। ट्रेन में वैक्यूम बायो टॉयलेट, आरामदायक सीटें और 130 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ने की क्षमता भी है, जो लंबी यात्रा को और तेज बनाएगी। रेलवे का दावा है कि इस नई ट्रेन से यात्रियों को न केवल समय की बचत होगी बल्कि सफर भी सुरक्षित और सहज होगा।
गोरखपुर को मिली पांचवीं अमृत भारत एक्सप्रेस, कनेक्टिविटी होगी मजबूत
गोरखपुर से पहले ही चार अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें विभिन्न रूटों पर चल रही हैं जिनमें दिल्ली-सीतामढ़ी, गोमतीनगर-दरभंगा, बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार टर्मिनल और दरभंगा-आनंद विहार एक्सप्रेस शामिल हैं। इस नई ट्रेन के जुड़ने से गोरखपुर और आसपास के जिलों के यात्रियों को सीधे पंजाब तक की तेज कनेक्टिविटी मिल जाएगी। खासतौर पर त्योहारों, शादियों और व्यापारिक यात्राओं के दौरान यह ट्रेन बड़ी संख्या में यात्रियों को सहूलियत प्रदान करेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह नई सेवा बिहार, उत्तर प्रदेश और पंजाब के बीच आर्थिक और सामाजिक संपर्क को और मजबूत करेगी। गोरखपुर और उत्तर बिहार से आने वाले यात्रियों के लिए यह ट्रेन एक बड़ा तोहफा साबित होगी और क्षेत्र की रेल कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई देगी।