गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर जिले के धुरियापार कस्बे में बुधवार रात एक पिकप वाहन ने अचानक बिजली के पोल को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि विद्युत पोल तीन हिस्सों में टूट गया और पूरे इलाके की बिजली गुल हो गई। इस हादसे से लगभग 200 घर अंधेरे में डूब गए हैं। घटना के तुरंत बाद चालक मौके से फरार हो गया और पिकप भी साथ ले गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ, लेकिन बिजली आपूर्ति बाधित होने से ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने रातों-रात बिजली विभाग को सूचना दी, लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी बिजली बहाल नहीं की जा सकी है।
ग्रामीणों का आक्रोश और चेतावनी
धुरियापार के ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि उरुवा-धुरियापार सड़क निर्माण के दौरान यह विद्युत पोल सड़क के बीच आ गया था, लेकिन विभाग ने इसे शिफ्ट करने की जहमत नहीं उठाई। इसी लापरवाही का परिणाम यह दुर्घटना बनी। ग्राम प्रधान रिंटू शाही, मोनू गुप्ता, विशाल जायसवाल, राजकुमार पटवा, गोविंद जायसवाल, कृष्णा गुप्ता, शिवचंद गौड़, विनोद जायसवाल, सत्यप्रकाश कन्नौजिया, अभय मद्धेशिया और विनय मद्धेशिया समेत कई ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो वे धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय तक बिजली कटने से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है और बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है।
विभाग की कार्रवाई और जांच
धुरियापार बिजली उपकेंद्र के उपखंड अधिकारी त्रिलोकीनाथ मद्धेशिया ने बताया कि हादसे के लिए जिम्मेदार अज्ञात पिकप चालक की तलाश की जा रही है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त पोल की मरम्मत और नए पोल की स्थापना का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा ताकि प्रभावित परिवारों को राहत मिल सके। अधिकारी ने यह भी भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पोल शिफ्टिंग और अन्य तकनीकी उपायों पर तेजी से काम किया जाएगा। फिलहाल ग्रामीणों को बिजली आपूर्ति बहाल होने का इंतजार है, लेकिन लगातार हो रही देरी से लोगों का गुस्सा और बढ़ता जा रहा है। यह घटना न केवल विभागीय लापरवाही को उजागर करती है बल्कि सड़क और बिजली व्यवस्थाओं के बेहतर समन्वय की आवश्यकता को भी सामने लाती है।