गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – नेपाल में भड़की हिंसा और लगाए गए कर्फ्यू ने भारतीय पर्यटकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गोरखपुर से नेपाल घूमने गए यात्रियों का एक दल पोखरा के होटल में फंसा हुआ है। उनके साथ गए ड्राइवर योगेश तिवारी ने फोन पर बातचीत में वहां की भयावह स्थिति का हाल सुनाते हुए सरकार से मदद की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि चारों तरफ सेना तैनात है और बार-बार चेतावनी दी जा रही है कि लोग समूह बनाकर न निकलें, वरना गोली मारने का आदेश है। इस वजह से सभी पर्यटक होटल के कमरों में कैद होकर रह गए हैं। योगेश ने कहा कि बाहर का माहौल बेहद तनावपूर्ण है, बाजार बंद हैं और लोग दहशत में हैं। बिना सरकारी हस्तक्षेप के वहां से सुरक्षित निकल पाना मुश्किल है।
गोरखपुर के कारोबार पर पड़ा असर
नेपाल में फैली हिंसा का असर सरहदी शहर गोरखपुर पर भी साफ दिखने लगा है। यहां होटल और टूर-ट्रैवल्स कारोबारियों का धंधा बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। होटल राज के मैनेजर सुधीर सिंह ने बताया कि नेपाल जाने वाले यात्रियों की संख्या 30–40% तक कम हो गई है। कल ही गुजरात से आए 120 से अधिक यात्रियों ने नेपाल जाने का कार्यक्रम कैंसल कर दिया और अयोध्या का रुख कर लिया। होटल कारोबारियों का कहना है कि नेपाल यात्रा रुकने से उन्हें नुकसान हो रहा है। वहीं, साईं बाबा टूर एजेंसी के एजेंट संजय सिंह ने बताया कि उनके कई वाहन नेपाल में फंसे हैं और यात्रियों को सुरक्षित निकालना चुनौती बन गया है। उनका कहना है कि “पिछले 30 साल में नेपाल की ऐसी स्थिति पहली बार देखी है।”
यात्रियों ने बदला रूट, कारोबारियों की चिंता
नेपाल की बिगड़ती स्थिति के चलते गोरखपुर से जाने वाले अधिकांश यात्रियों ने अब वैकल्पिक धार्मिक स्थलों का रुख कर लिया है। वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज जैसे शहर अब पर्यटकों की पहली पसंद बन रहे हैं। होटल राज के प्रबंधक के अनुसार, गुजरात से आए समूह ने हिंसा की खबर सुनते ही अयोध्या जाने का फैसला किया। कारोबारियों को डर है कि अगर हालात जल्द सामान्य नहीं हुए तो आगामी त्योहार और पर्यटन सीजन पर भी असर पड़ेगा। होटल और ट्रैवल एजेंट्स का कहना है कि गोरखपुर का पर्यटन और नेपाल एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं, इसलिए वहां की अशांति सीधे यहां के कारोबार को प्रभावित करती है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि नेपाल सरकार और भारतीय सरकार जल्द हालात सामान्य करें ताकि पर्यटक फिर से सुरक्षित यात्रा कर सकें।




