गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में घटित इस दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर दिया है। जंगल धूषण क्षेत्र की भट्टा कॉलोनी में किराए पर रह रहे 20 वर्षीय उदय त्रिपाठी का शव कमरे से बरामद हुआ। घटना का सबसे मार्मिक पहलू यह रहा कि युवक ने अपनी मौत से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने मां से माफी मांगते हुए लिखा कि वह बहुत कोशिश करने के बावजूद परिवार के लिए कुछ नहीं कर सका। उसने नोट में साफ कहा कि हर दिन टूटता चला गया और इस जन्म में अपने माता-पिता के सपनों को पूरा नहीं कर पाया। अपने अंतिम शब्दों में उसने मां को आश्वासन दिया कि अगले जन्म में फिर उनका बेटा बनकर उनके सभी अधूरे सपनों को साकार करेगा। नोट में भाई-बहनों की देखभाल की जिम्मेदारी मां को सौंपते हुए अलविदा कहा गया। इस भावनात्मक संदेश से साफ झलकता है कि युवक गहरी निराशा और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।
किराए के घर में पूजा-पाठ करने वाला युवक, संदिग्ध गतिविधियों की चर्चा
स्थानीय पुलिस और मकान मालिक से मिली जानकारी के अनुसार उदय त्रिपाठी जनवरी में भट्टा कॉलोनी में 5500 रुपए किराए पर कमरा लेकर रहने आया था। वह पेशे से पूजा-पाठ कराता था और साथ में उसके चार अन्य साथी भी रहते थे। शुक्रवार की रात कमरे से तेज बदबू आने पर मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ताला तोड़कर दरवाजा खोला तो युवक का शव कमरे के रोशनदान में कपड़े के फंदे से लटकता मिला। पुलिस के मुताबिक शव करीब पांच दिन पुराना था और पूरी तरह सड़ चुका था। शव के पास से आधार कार्ड और सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिससे उसकी पहचान उदय त्रिपाठी के रूप में हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि किराएदार की गतिविधियां संदिग्ध थीं। उनके मुताबिक, अक्सर कमरे के बाहर एक कार और चार बाइक बिना नंबर प्लेट के खड़ी रहती थीं। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए जबकि पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों के बयान भी दर्ज किए। हालांकि शुरुआती जांच में प्राथमिक कारण आर्थिक तंगी ही माना जा रहा है।
पुलिस जांच और परिवार का इंतजार
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुसाइड नोट में लिखे नंबर के आधार पर उदय की मौसी से संपर्क किया गया, जिससे पता चला कि उसका परिवार मुंबई में रहता है। उदय के पिता विनोद त्रिपाठी का पहले ही निधन हो चुका है और मां अपने बच्चों के साथ मुंबई में रहती हैं। फिलहाल परिवार के सदस्य मुंबई से गोरखपुर आने की तैयारी में हैं। इस बीच पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उदय के साथ कमरे में रहने वाले अन्य लोग कौन थे और उनकी भूमिका क्या रही। थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम आनंद सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच से मामला आर्थिक तंगी का प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की पुष्टि हो सकेगी। इस घटना ने इलाके में गहरी सनसनी फैला दी है और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर क्यों एक युवा, जो जीवन की शुरुआत कर रहा था, इतनी निराशा में डूबकर मौत को गले लगाने पर मजबूर हो गया।




