गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर शहर में नवरात्र और दशहरा के अवसर पर लगे मेलों ने उत्सव का रंग और गहरा कर दिया है। शहर के अलग-अलग इलाकों में सजाए गए मेलों में सुबह से लेकर देर रात तक हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। परिवार के साथ बच्चों, युवाओं और महिलाओं ने मेले में जमकर आनंद लिया। मेले में जायंट व्हील, ब्रेक डांस, मैरी-गो-राउंड, ड्रैगन ट्रेन और मिनी ट्रेन जैसे झूले सबसे बड़े आकर्षण रहे। शाम होते ही झूलों पर लंबी कतारें लग गईं और बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। कई बच्चे बार-बार झूले पर बैठने की जिद करते दिखे, जबकि युवा दोस्तों के साथ मनोरंजन का लुत्फ उठाते नजर आए।
खाने-पीने के स्टॉल्स और खरीदारी से बढ़ी रौनक
मेले में खाने-पीने के शौकीनों के लिए विशेष इंतजाम किए गए, जिसने माहौल को और भी जीवंत बना दिया। चाट, समोसे, आलू टिक्की, गोलगप्पे और पकौड़ी से लेकर छोले-भटूरे, डोसा, पिज़्ज़ा-बर्गर और आइसक्रीम जैसे आधुनिक व्यंजन लोगों को अपनी ओर खींचते रहे। शाम ढलते ही दुकानों पर लंबी लाइनें लग गईं और देर रात तक खाने के शौकीनों की भीड़ बनी रही। बच्चों ने कैंडी फ्लॉस और चॉकलेट का स्वाद चखा तो बड़ों ने पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लिया। वहीं महिलाओं ने कपड़ों, आभूषणों और सजावटी सामान की दुकानों पर जमकर खरीदारी की। पूजा सामग्री और घरेलू उपयोग के सामान की दुकानों पर भीड़ सबसे ज्यादा देखने को मिली, जिससे मेले की चहल-पहल और भी बढ़ गई।
मां दुर्गा की मूर्तियों और श्रद्धा का उत्सव
मेले का सबसे बड़ा आकर्षण मां दुर्गा की मूर्तियां रहीं, जिनके दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। स्प्रिंग वाली विशेष मूर्तियों के सामने भक्तों ने पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि और मंगलकामना की। मूर्तियों के पास श्रद्धालु लगातार फोटो खिंचवाते दिखे, जिससे मेला धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उत्सव का संगम बन गया। बच्चों ने खिलौनों और गुब्बारों की दुकानों पर अपनी पसंद की वस्तुएं खरीदीं, जबकि बड़ों ने धार्मिक माहौल और मेलों की परंपरा का आनंद उठाया। देर रात तक गूंजते झूले, दुकानों की रौनक और माता की भक्ति से पूरा शहर उत्सव के रंग में डूबा नजर आया।