गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के पीपीगंज क्षेत्र स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय से कक्षा 9 में पढ़ने वाला छात्र नीरज कुमार बीते चार दिनों से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता है। रविवार की देर रात लगभग दो बजे वह अपने हॉस्टल के शिवालिक हाउस से अचानक गायब हो गया। नीरज का बड़ा भाई ओमनाथ भी इसी विद्यालय में कक्षा 12 का छात्र है और दोनों भाई एक ही हॉस्टल में रहते थे। सोमवार सुबह जब उनके दादा जयनारायण बच्चों से मिलने विद्यालय पहुंचे तो नीरज की गुमशुदगी की जानकारी सामने आई। इस दौरान चौंकाने वाली बात यह रही कि विद्यालय प्रशासन को भी छात्र के गायब होने का कोई पता नहीं था। परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताई है, जबकि कार्यवाहक प्रधानाचार्य रवि भूषण पांडेय की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायत पत्र में कहा गया कि नीरज एक छात्र का बैग और दूसरे का मोबाइल लेकर बाहर गया था और वापस नहीं लौटा। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपजिलाधिकारी कैंपियरगंज सिद्धार्थ पाठक के निर्देश पर नायब तहसीलदार हंसराज विद्यालय पहुंचे और छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ से पूछताछ कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी।
जांच में उजागर हुई सुरक्षा खामियां, सीसीटीवी कैमरे तक नदारद
छात्र के लापता होने के बाद जब प्रशासनिक जांच शुरू हुई तो विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्थाओं में कई गंभीर लापरवाहियां सामने आईं। हॉस्टल परिसर में एक भी सीसीटीवी कैमरा मौजूद नहीं है। केवल एक कैमरा तीन साल पहले पेड़ की डाल पर लगाया गया था, लेकिन अब वह भी गायब हो चुका है और वहां केवल तार लटके दिखाई देते हैं। इसके अलावा हॉस्टल में लगे आरओ सिस्टम लंबे समय से खराब पड़े हैं, जिसके कारण विद्यार्थियों को पीने का पानी लेने के लिए 600 मीटर दूर प्रशासनिक भवन तक जाना पड़ता है। सुरक्षा के नाम पर विद्यालय में मात्र छह होमगार्ड तीन शिफ्टों में तैनात रहते हैं, इसके बावजूद रात के समय नीरज के गायब होने की भनक किसी को नहीं लगी। इन हालातों ने विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना के बाद अभिभावकों में रोष है और वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं।
परिजनों की चिंता और प्रशासन का आश्वासन
लापता छात्र नीरज कुमार मूल रूप से गुलहरिया थाना क्षेत्र के बरौली गांव का रहने वाला है और वह अपने परिवार की उम्मीदों के साथ नवोदय विद्यालय में पढ़ाई कर रहा था। अचानक लापता होने के बाद परिजन गहरी चिंता में हैं और उन्हें किसी अनहोनी की आशंका सता रही है। परिवार का कहना है कि विद्यालय प्रशासन की लापरवाही के चलते यह घटना हुई है, क्योंकि इतने बड़े परिसर में न तो सीसीटीवी की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही सुरक्षा कर्मी सतर्क पाए गए। वहीं, कार्यवाहक प्रधानाचार्य रवि भूषण पांडेय ने स्वीकार किया कि विद्यालय की कई व्यवस्थाएं बाधित हैं, लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। पुलिस की टीमें नीरज की तलाश में लगातार जुटी हुई हैं और विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है। फिलहाल नीरज का कोई सुराग नहीं मिल सका है, जिससे परिजनों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। यह मामला न केवल विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोलता है बल्कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों और प्रशासन दोनों के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है।