गुरुवार को गोरखपुर शहर महर्षि कश्यप जयंती और ऋषि पंचमी के अवसर पर धार्मिक उल्लास से सराबोर रहा। कसौधन वैश्य सेवा कल्याण समिति और कसौधन महिला सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में निकली शोभायात्रा ने पूरे माहौल को उत्सव जैसा बना दिया। लाल डिग्गी चौक स्थित दुर्गा मंदिर से यात्रा का शुभारंभ हुआ। पूर्व मेयर सत्या पांडेय, महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी, समाजसेवी सुधा मोदी और मिसेज गोरखपुर जया गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। महर्षि कश्यप की झांकी जब ढोल-नगाड़ों और डीजे की धुन पर आगे बढ़ी तो जगह-जगह से लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। शहर के आर्य नगर, बक्शीपुर घंटाघर और हाल्सीगंज कसौधन पंचायती मंदिर तक यह यात्रा आकर्षण का केंद्र बनी रही।
महिलाओं ने डांडिया से बढ़ाया उत्साह
यात्रा की सबसे खास झलक महिलाओं की डांडिया प्रस्तुति रही। विभिन्न स्थानों पर महिलाओं ने नृत्य कर अपनी खुशी और आस्था का प्रदर्शन किया। इस आयोजन में कसौधन सेवा समिति-रूस्तमपुर की ओर से बगहा बाबा मंदिर से भी झांकी यात्रा निकली, जिसमें महर्षि कश्यप, शिव-पार्वती और राधा-कृष्ण की झांकियों ने लोगों का मन मोह लिया। अरिहंत लान तक चली इस यात्रा में भीड़ इतनी अधिक थी कि रास्ते में खड़े लोगों ने घरों की छतों से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
हजारों की भीड़ और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
शोभायात्रा में न केवल गोरखपुर, बल्कि बस्ती, महराजगंज और देवरिया सहित आसपास के जिलों से आए कसौधन समाज के लोगों ने भी भाग लिया। महिलाएं, पुरुष और बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में झांकियों और ध्वज-पताकाओं के साथ शामिल हुए। आयोजन की भव्यता देखते ही बनती थी। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी। व्यापारियों और समाजसेवियों ने जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए और श्रद्धालुओं को पेयजल और प्रसाद वितरित किया।
गोरखपुर की यह शोभायात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रही बल्कि समाजिक एकता और सांस्कृतिक उत्सव का भी संदेश देती नजर आई। महर्षि कश्यप की जयंती पर निकली इस यात्रा ने कसौधन समाज की शक्ति और सामूहिक भावना को एक बार फिर मजबूत तरीके से सामने रखा।