गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर-लखनऊ रेलखंड पर रेलवे प्रशासन ने दशहरा के बाद एक और मेगा ब्लॉक लेने का निर्णय लिया है। यह ब्लॉक 5 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक लागू रहेगा। इस दौरान गोंडा-बुढ़वल रेलखंड के घाघरा घाट-चौकाघाट-बुढ़वल सेक्शन में लगभग 11 किलोमीटर लंबाई में तीसरी लाइन का निर्माण कार्य किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह निर्माण कार्य लाइन की क्षमता बढ़ाने और भविष्य में यात्री और माल ढुलाई की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है। आठ अक्टूबर को रेल संरक्षा आयुक्त (CRS) स्वयं इस खंड का निरीक्षण करेंगे और सुरक्षा मानकों के अनुसार कार्य पूरा होने की पुष्टि करेंगे।
रद्द होने वाली पैसेंजर ट्रेनें और प्रभावित एक्सप्रेस
निर्माण कार्य के दौरान कुल चार पैसेंजर ट्रेनों का संचालन रद्द रहेगा। इनमें गोंडा-सीतापुर सिटी सवारी (55091), सीतापुर सिटी-गोंडा सवारी (55092), गोंडा-गोरखपुर सवारी (55094) और गोरखपुर-बढ़नी सवारी (55073) ट्रेनें शामिल हैं। इसके अलावा 11 प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग भी गोरखपुर के रास्ते नहीं रहेगा। इनमें बरौनी-नई दिल्ली विशेष (02563), दरभंगा-नई दिल्ली विशेष (02569), तिरुवनंतपुरम उत्तर-गोरखपुर एक्सप्रेस (12512), ओखा-गोरखपुर एक्सप्रेस (15046), गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस (15065), गोरखपुर-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस एक्सप्रेस (12597), अमृतसर-दरभंगा एक्सप्रेस (15212), अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस (15532), कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस (15707), चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) और साबरमती-थावे एक्सप्रेस (19409) शामिल हैं। इस दौरान इन ट्रेनों के यात्री अस्थायी मार्गों और समय में बदलाव के अनुसार यात्रा करेंगे।
यात्रियों के लिए आवश्यक जानकारी और सलाह
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेन का समय और मार्ग की अद्यतन जानकारी अवश्य जांच लें। मेगा ब्लॉक के कारण रूट और समय में बदलाव होने से यात्रियों को असुविधा हो सकती है। रेलवे अधिकारियों ने यह भी कहा कि ब्लॉक अवधि में रेलवे स्टेशन पर संबंधित स्टाफ यात्रियों की मदद करेगा और उन्हें वैकल्पिक मार्ग और जानकारी प्रदान करेगा। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा के लिए पर्याप्त समय पहले से योजना बनाएं और किसी भी बदलाव के लिए ऑनलाइन पोर्टल या रेलवे हेल्पलाइन से जानकारी लेते रहें। यह मेगा ब्लॉक तीसरी लाइन निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे आने वाले समय में गोरखपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर यातायात और सुचारू हो सकेगा।