गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर जिले में बुधवार देर रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई जब चिलुआताल थाना क्षेत्र के चिउटहां पुल के पास बाइक सवार बदमाशों ने कृषि यंत्र व्यापारी के चालक से 9 लाख 70 हजार रुपए लूट लिए। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह रकम व्यापारी के कहने पर महराजगंज जिले के फरेंदा भेजी जा रही थी। जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज रोड के पास स्थित एक परिचित के घर से व्यापारी आदित्य चौधरी के चालक टुन्नू प्रजापति यह रकम लेकर निकला था। देर रात करीब साढ़े दस बजे के आसपास जैसे ही वह चिउटहां पुल के नजदीक पहुंचा, तभी एक कार और एक बाइक पर सवार चार बदमाशों ने उसकी अर्टिगा कार को ओवरटेक कर रोक लिया। गाड़ी रुकते ही दो बदमाश बाइक से उतरे और हथियार का डर दिखाते हुए चालक पर धावा बोल दिया। उन्होंने धमकी देकर उससे रुपयों से भरा बैग छीन लिया और मौके से फरार हो गए। पूरी वारदात कुछ ही सेकंड में हो गई, जिससे चालक कुछ समझ नहीं पाया। स्थानीय लोगों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस, रातभर चला सर्च ऑपरेशन
घटना की जानकारी मिलते ही व्यापारी आदित्य चौधरी ने पुलिस को फोन किया। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और तुरंत क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। चिलुआताल थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम ने आसपास के इलाकों में नाकाबंदी की और रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। बावजूद इसके बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिल सका। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि जिस मार्ग से बदमाश भागे, वह मुख्य सड़क से सीधे ग्रामीण इलाके की ओर जाता है। इससे पुलिस को संदेह है कि बदमाशों को इलाके की पूरी जानकारी थी। घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है और कई संदिग्ध वाहनों की तलाश भी जारी है। इस बीच व्यापारी ने बताया कि रकम वसूली का पैसा था जो उनके कारोबारी साझेदार को महराजगंज भेजा जा रहा था। पुलिस ने रकम के स्रोत और कारोबारी लेनदेन की भी जानकारी मांगी है ताकि पूरी घटना का आर्थिक पहलू स्पष्ट हो सके।
पुलिस को चालक की भूमिका संदिग्ध लगी, कई एंगल से हो रही जांच
गोरखपुर के एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में कई कोणों से जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि घटना की सूचना देने में देर हुई और समय को लेकर भी चालक का बयान स्पष्ट नहीं है। यही वजह है कि पुलिस अब चालक टुन्नू प्रजापति की भूमिका पर भी शक जता रही है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम चालक से लगातार पूछताछ कर रही है और उसके मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं। साथ ही घटनास्थल के पहले और बाद के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं किसी जानकार की मदद से तो यह वारदात नहीं की गई। पुलिस को संदेह है कि रकम की जानकारी पहले से किसी को थी, क्योंकि घटना ठीक उसी समय हुई जब चालक पुल के एकांत हिस्से में पहुंचा। अधिकारियों का मानना है कि इतनी सटीक जानकारी किसी बाहरी व्यक्ति को तब तक नहीं हो सकती जब तक उसे अंदर से कोई इशारा न मिला हो। फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और बदमाशों की तलाश में टीमें महराजगंज और आसपास के जिलों में भेजी गई हैं। वहीं व्यापारी वर्ग में इस वारदात को लेकर दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाएं कारोबारी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सीसीटीवी और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी।