गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर शहर में रविवार तड़के हुए एक सनसनीखेज घटनाक्रम ने पूरे इलाके को दहला दिया। राजघाट थाना क्षेत्र के मिर्जापुर मोहल्ले में कुछ भूमाफिया अपने साथियों के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे और कब्जे की नीयत से एक व्यक्ति की संपत्ति को निशाना बना लिया। सुबह करीब चार बजे हुई इस वारदात में आरोपियों ने न केवल बाउंड्री दीवार तोड़ी बल्कि विरोध करने पर फायरिंग भी कर दी। बताया गया कि जिस समय हमला हुआ, उस वक्त परिवार के सभी सदस्य घर में मौजूद थे। अचानक हुई फायरिंग के बीच परिवार के लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर घर से बाहर भाग निकले। इस दौरान इलाके में भगदड़ और अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, हमलावरों की संख्या करीब दस से पंद्रह थी, जो ट्रैक्टर और बुलडोजर लेकर आए थे। उन्होंने पहले संपत्ति के पास खड़ी गाड़ियों को हटाया, फिर दीवार तोड़ने लगे। जब घरवालों ने विरोध किया तो गोलियां चलाई गईं। मौके पर गूंजती गोलियों की आवाज से पूरा मोहल्ला दहशत में आ गया। घटना की सूचना मिलते ही राजघाट थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पीड़ित परिवार ने पूरी वारदात का वीडियो फुटेज पुलिस को सौंप दिया है जिसमें बुलडोजर और हथियार लिए हमलावरों की गतिविधियां साफ दिखाई दे रही हैं। पुलिस अब वीडियो सबूतों के आधार पर आरोपियों की पहचान में जुटी है।
पीड़ित ने बताए पुराने विवाद और धमकियों के किस्से
पीड़ित तरुणीश कुमार देव ने बताया कि उनकी यह पैतृक संपत्ति लंबे समय से कुछ लोगों की नजर में है और कई बार कब्जे की कोशिशें पहले भी हो चुकी हैं। तरुणीश के अनुसार, “इन लोगों ने पहले भी मेरे परिवार पर हमला किया था और यहां तक कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म की कोशिश तक की गई थी। उन मामलों में भी मुकदमे दर्ज हैं लेकिन आरोपियों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।” उन्होंने बताया कि रविवार सुबह करीब 4:10 बजे वही आरोपी अपने साथियों के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे। जैसे ही उन्होंने दीवार गिरानी शुरू की, उन्होंने रोकने की कोशिश की तो हमलावरों ने ईंट-पत्थर और हथियारों से हमला किया। पीड़ित के अनुसार, फायरिंग के दौरान वह किसी तरह भागकर घर से बाहर निकले और पुलिस को सूचना दी। इस घटना में उनकी दीवार, गेट और निर्माण सामग्री को काफी नुकसान पहुंचा है। साथ ही हमलावरों ने मौके से लोहे के एंगल और वेल्डिंग का सामान भी उठा लिया। तरुणीश ने बताया कि घटना के बाद से परिवार दहशत में है और उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, “आरोपी बेहद प्रभावशाली लोग हैं और कभी भी दोबारा हमला कर सकते हैं।” पीड़ित पक्ष ने पुलिस से सुरक्षा और कठोर कार्रवाई की मांग की है। आसपास के लोगों ने भी बताया कि भूमाफियाओं के खिलाफ पहले से कई शिकायतें दर्ज हैं, लेकिन कार्रवाई न होने के कारण उनका हौसला बढ़ता जा रहा है।
पुलिस ने शुरू की जांच, सख्त कार्रवाई का आश्वासन
घटना की सूचना मिलते ही राजघाट थाना प्रभारी सदानंद सिंह मौके पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र की तलाशी ली। पुलिस ने घटना स्थल से गोलियों के कुछ खोखे भी बरामद किए हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर प्राप्त हो गई है और मामले की गहन जांच चल रही है। उन्होंने कहा, “हमलावरों की पहचान की जा रही है, किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। संपत्ति पर कब्जे की ऐसी घटनाएं कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती हैं, इसलिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।” पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल वीडियो और गवाहों के बयान के आधार पर हमलावरों की तलाश कर रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि बुलडोजर और हथियार कहां से लाए गए थे। प्रशासन ने स्थानीय अधिकारियों को जमीन विवादों से जुड़े मामलों की समीक्षा करने और संभावित विवादित संपत्तियों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। इधर, शहर में इस वारदात को लेकर लोगों में आक्रोश है और सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। नागरिक संगठनों ने मांग की है कि गोरखपुर में भूमाफिया के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जाए और प्रभावित परिवार को सुरक्षा दी जाए। वहीं, जिला प्रशासन ने कहा है कि दोषियों की गिरफ्तारी के बाद मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया जाएगा ताकि जल्द से जल्द न्याय मिल सके। यह घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी की तरह है कि शहर में जमीन से जुड़े अपराध किस तरह संगठित रूप ले रहे हैं और आम लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहे हैं।




