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गोरखपुर में जमीन विवाद पर खूनी संघर्ष, 10 से अधिक लोग घायल

हांसूपुर हाबर्ट बंधे पर दो पक्षों में लाठी-डंडों और पत्थरों से भिड़ंत, पुलिस ने संभाला मोर्चा

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Gorakhpur News, गोरखपुर के राजघाट थाना क्षेत्र के हांसूपुर हाबर्ट बंधे इलाके में गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। जानकारी के मुताबिक, पन्नेलाल यादव अपने परिजनों राम बचन यादव, प्रिंस यादव और गुल्लू यादव के साथ जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे। इसी दौरान विरोधी पक्ष से जुड़े भज्जू यादव अपने करीब 50 समर्थकों के साथ मौके पर पहुँच गए। पहले दोनों पक्षों में कहासुनी और गाली-गलौज हुई, जिसके बाद लाठी-डंडे चलने लगे। विवाद इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते सड़क पर दोनों ओर से ईंट-पत्थर चलने लगे। राहगीरों को भी अपनी जान बचाने के लिए वाहन तेज गति से भगाने पड़े। इस दौरान कई लोग घायल हो गए और आसपास के घरों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि घर के अंदर छिपा युवक फोन पर अपने पिता से कह रहा है कि घर मत आना, जान का खतरा है, तुरंत थाने जाइए।

संघर्ष की भयावह तस्वीर और स्थानीयों की भूमिका

करीब 15 मिनट तक दोनों पक्षों के बीच जमकर हिंसा होती रही। भीड़ इतनी बढ़ गई कि एक पक्ष अपने घर के भीतर शरण लेने को मजबूर हो गया। इस बीच स्थानीय लोगों ने साहस दिखाते हुए बीच-बचाव करने की कोशिश की और घायलों को अस्पताल पहुँचाने में मदद की। बताया जा रहा है कि संघर्ष के दौरान 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इलाके में तनाव इतना बढ़ गया कि आसपास के लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए। हिंसक झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि विवाद पहले से चला आ रहा था और कई बार पंचायत के स्तर पर सुलझाने की कोशिश भी की गई थी, लेकिन गुरुवार को हालात बेकाबू हो गए और मामला खूनी संघर्ष तक पहुँच गया।

पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा

सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुँच गया और किसी तरह स्थिति को काबू में लिया। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ राजघाट थाने में तहरीर दर्ज कर ली है। सीओ कोतवाली ओंकार दत्त तिवारी ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जाएगी। पुलिस का कहना है कि जमीन विवाद को लेकर दोनों पक्ष लंबे समय से आमने-सामने थे और गुरुवार को यह मामला बेकाबू हो गया। फिलहाल क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस घटना ने एक बार फिर जिले में भूमि विवादों की गंभीरता और इनके कारण उत्पन्न होने वाले सामाजिक तनाव को उजागर किया है।