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गोरखपुर सर्राफा व्यापारी के बेटे से रंगदारी मांगने वाला आरोपी गिरफ्तार

कर्ज के बोझ से दबा युवक गूगल सर्च कर ज्वेलरी शॉप का नंबर निकालकर पहुंचा अपराध की राह

Police arrest accused in Gorakhpur extortion case

आरोपी की गिरफ्तारी और पूछताछ में सामने आई कहानी

गोरखपुर पुलिस ने सर्राफा व्यापारी के बेटे से रंगदारी मांगने के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। राजघाट थाने की पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी संतोष चौधरी को रविवार को धर दबोचा। चौरीचौरा क्षेत्र के सरैया अतरहवा टोला निवासी संतोष से पूछताछ में चौंकाने वाली बातें सामने आईं। उसने खुलासा किया कि वह लंबे समय से कर्ज में डूबा हुआ था और लगातार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। कर्ज चुकाने का कोई रास्ता न देखकर उसने गलत तरीके से पैसा कमाने की योजना बनाई। संतोष ने बताया कि उसने मोबाइल पर गूगल सर्च कर नजदीकी ज्वेलरी दुकानों के नंबर खोजे और इसी दौरान घंटाघर स्थित एक सर्राफा व्यापारी के बेटे सिद्धांत वर्मा का नंबर उसे मिल गया। आरोपी ने उसी नंबर पर व्हाट्सएप संदेश भेजकर 3 लाख रुपये की मांग की और पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी।

कैसे मांगी गई रंगदारी और परिवार में फैली दहशत

घटना शनिवार दोपहर की है जब व्यापारी महेश वर्मा के बेटे सिद्धांत वर्मा के मोबाइल पर 12:10 बजे एक अनजान नंबर से वॉट्सऐप संदेश आया। संदेश में साफ लिखा था कि दो घंटे के भीतर यानी दोपहर दो बजे तक तीन लाख रुपये एक प्राइवेट बैंक खाते में जमा कराए जाएं, वरना गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे। शुरुआत में सिद्धांत ने जवाब दिया कि वह इस नंबर को साइबर क्राइम पुलिस को देने जा रहा है। इसके बावजूद धमकी देने वाले ने जवाब में लिखा कि चाहे पुलिस को बताओ या कहीं और जाओ, लेकिन समय सीमा पूरी होने तक इंतजार करेंगे। दोपहर दो बजे जब कोई पैसा नहीं भेजा गया तो उसी नंबर से एक और मैसेज आया जिसमें कहा गया कि अब समय खत्म हो चुका है और अब जान से मारने के लिए तैयार रहो। इस धमकी ने सर्राफा परिवार को गहरे डर और दहशत में डाल दिया। महेश वर्मा, जो सर्राफा मंडल के पूर्व महामंत्री भी रह चुके हैं, तुरंत राजघाट थाने पहुंचे और पूरे मामले की तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।

पुलिस की कार्रवाई और आरोपी का कबूलनामा

एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की। सर्विलांस टीम ने उस व्हाट्सएप नंबर की लोकेशन और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच की और आरोपी तक पहुंच बनाई। रविवार को संतोष चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध कबूल करते हुए कहा कि आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया था और अपराध की योजना बनाने में गूगल सर्च का सहारा लिया। संतोष ने माना कि उसने कई बार धमकी भरे संदेश भेजे लेकिन पैसे नहीं मिलने पर निराश हो गया। पुलिस अब उससे यह भी पूछताछ कर रही है कि कहीं इस वारदात में कोई और भी शामिल तो नहीं था। फिलहाल आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना ने शहर के व्यापारिक समुदाय को झकझोर दिया है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि व्यापारी वर्ग की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहेगी और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।

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