गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के जिला कारागार में सेवा पर्व के अवसर पर ‘‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’’ अभियान के तहत महिला बंदियों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। इस मौके पर आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 55 महिला बंदियों की विस्तृत जांच की गई और उनकी स्वास्थ्य जानकारी को दर्ज करने के लिए पिंक कार्ड वितरित किए गए। पिंक कार्ड के माध्यम से प्रत्येक महिला की चिकित्सा स्थिति का रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जाएगा ताकि समय-समय पर उनकी निगरानी और रोगों की पहचान आसानी से हो सके। शिविर का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश झा और जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय ने किया। इस अवसर पर जेल में रक्तदान शिविर भी लगाया गया, जिसमें जेल अधीक्षक, उनकी पत्नी और जेल स्टाफ ने सक्रिय भागीदारी निभाते हुए रक्तदान कर समाज सेवा का संदेश दिया।
स्वास्थ्य जांच और आंकड़ों से मिली अहम जानकारी
स्वास्थ्य शिविर में नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों ने महिला बंदियों की जांच की। कुल 88 लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दी गईं, जिसमें 43 महिला बंदियों का हिमोग्लोबिन स्तर, 52 का शुगर लेवल और 60 का ब्लड प्रेशर जांचा गया। सभी जांचों के निष्कर्ष पिंक कार्ड में अंकित किए गए, जिससे भविष्य में उनके स्वास्थ्य का मूल्यांकन और उपचार आसान होगा। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए.के. चौधरी, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. प्रशांत अस्थाना, जेलर ए.के. कुशवाहा, जेल चिकित्सक डॉ. विनय राय समेत स्वास्थ्य विभाग और कारागार के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। चिकित्सकों ने बताया कि इस प्रकार के शिविर महिला बंदियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के साथ-साथ गंभीर बीमारियों की शुरुआती पहचान में भी सहायक होते हैं।
पिंक कार्ड से बढ़ेगी जागरूकता, CHC में भी हुए निरीक्षण
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. झा ने बताया कि ‘‘पिंक कार्ड’’ अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं में गैर-संचारी रोगों जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर की समय पर जांच और रोकथाम सुनिश्चित करना है। इस पहल को सभी सरकारी अस्पतालों में लगातार चलाया जा रहा है और आवश्यकता पड़ने पर जेलों में भी स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। शिविर के बाद डॉ. झा ने गगहा और बड़हलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण भी किया। गगहा सीएचसी में उन्होंने भवन और फर्श की मरम्मत कार्यों के निर्देश दिए, जबकि बड़हलगंज सीएचसी में उन्होंने बुखार से ग्रस्त मरीजों की जांच और इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी। इस अभियान और निरीक्षण से स्पष्ट संदेश गया कि प्रशासन महिलाओं की सेहत और जनस्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है।