गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में सोमवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रोजगार महाकुंभ-2025 का शुभारंभ हुआ। इस आयोजन का उद्घाटन गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) शाश्वत आनंद त्रिपुरारी ने फीता काटकर किया। यह रोजगार मेला 14 और 15 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश की 15 से अधिक नामचीन कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। इन कंपनियों द्वारा करीब 46 अलग-अलग क्षेत्रों में 10,000 से अधिक पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चलाई जा रही है। मेले का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार के विविध अवसर प्रदान करना और उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने का अनुभव देना है। सुबह से ही उम्मीदवारों की भीड़ विश्वविद्यालय कैंपस में जुटनी शुरू हो गई थी, जहां पहले उनका रजिस्ट्रेशन हुआ और फिर सीधा इंटरव्यू आयोजित किया गया। हालांकि अपेक्षित संख्या की तुलना में पहले दिन उपस्थिति थोड़ी कम रही, लेकिन उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी।
युवाओं की राय और रोजगार की सच्चाई
रोजगार मेले में आए युवाओं ने अपनी बातें खुलकर रखीं। बांसगांव के अरविंद कुमार, जो बीए और बीएड कर चुके हैं, ने बताया कि भारत में योग्य युवाओं के लिए पर्याप्त अवसर नहीं हैं, इसलिए उन्हें 20-25 हजार रुपये की नौकरी के लिए विदेश जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं, बस्ती जिले के श्यामू चौरसिया ने बताया कि उनका इंटरव्यू क्लियर हो चुका है और अब उन्हें मेडिकल जांच के लिए बुलाया जाएगा। वे कारपेंटर के पद पर विदेश जाने की तैयारी में हैं। युवाओं का कहना है कि भारत में नौकरियों की कमी और प्रतिस्पर्धा के कारण उन्हें देश छोड़कर दूसरे देशों में रोजगार तलाशना पड़ रहा है। मेले में शामिल कंपनियां मुख्य रूप से यूएई और ओमान के लिए भर्ती कर रही हैं, जहां मजदूर, कारपेंटर, सुपरवाइजर, ट्रक ड्राइवर और हेल्पर जैसे पदों के लिए चयन किया जा रहा है। सीडीओ शाश्वत आनंद त्रिपुरारी ने भी माना कि पासपोर्ट की अनिवार्यता और विदेशी नौकरियों की प्रोफाइल के चलते मेले में भीड़ अपेक्षाकृत कम रही, हालांकि अब तक 4,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।
रोजगार के अवसर, प्रक्रिया और प्रशासन की पहल
अंतरराष्ट्रीय रोजगार महाकुंभ-2025 में भाग लेने के लिए उम्मीदवारों को रोजगार संगम पोर्टल (rojgaarsangam.up.gov.in) पर पहले पंजीकरण कराना आवश्यक है। पंजीकरण के बाद वे 14 और 15 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से एमएमएम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में उपस्थित होकर इंटरव्यू में भाग ले सकते हैं। प्रतिभागियों को अपने सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र, पासपोर्ट, बायोडाटा और अन्य आवश्यक दस्तावेज साथ लाने होंगे। यह मेला पूरी तरह निशुल्क है और इसमें भाग लेने के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा, हालांकि यात्रा भत्ता (TA/DA) नहीं दिया जाएगा। सहायक निदेशक, सेवायोजन विभाग, गोरखपुर मंडल ने बताया कि इस मेले का उद्देश्य युवाओं को बेहतर करियर विकल्प देना और उन्हें वैश्विक कार्य अनुभव के लिए प्रेरित करना है। प्रशासन को उम्मीद है कि दूसरे दिन उम्मीदवारों की संख्या और बढ़ेगी। यह आयोजन न केवल बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे युवाओं के लिए अवसर लेकर आया है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश में रोजगार सृजन की दिशा में एक ठोस पहल साबित हो सकता है। आयोजकों का मानना है कि ऐसे रोजगार महाकुंभ युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।