गोरखपुर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने और अतिक्रमण रोकने के लिए नगर निगम प्रवर्तन दल, यातायात पुलिस और स्थानीय पुलिस ने गुरुवार को संयुक्त कार्रवाई की। अभियान बेतियाहाता चौराहे से फिराक गोरखपुरी चौराहा, छात्रसंघ भवन चौराहा और झूलेलाल मंदिर से एमपी पॉलिटेक्निक तिराहा तक चलाया गया। इस दौरान सड़क किनारे अवैध रूप से कब्जा जमाए ठेला-खोमचा और अन्य अतिक्रमण को हटाया गया। टीम ने कुल 17 दुकानदारों पर कार्रवाई की और कई सामान जब्त किए। अभियान का मकसद मुख्य मार्गों को बाधा रहित बनाना और यातायात व्यवस्था को सुचारू करना था, क्योंकि आए दिन अतिक्रमण और गलत पार्किंग से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अवैध पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई, सैकड़ों वाहन चालान
संयुक्त टीम ने न केवल अतिक्रमण पर शिकंजा कसा बल्कि नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों पर भी कार्रवाई की। इस दौरान 94 चारपहिया और 205 दोपहिया वाहनों का चालान किया गया। चार वाहनों को क्रेन से उठाकर यातायात यार्ड भेजा गया। इसके साथ ही रेलवे बस स्टेशन के बाहर खड़ी बसों को भी डिपो के अंदर कराया गया ताकि सड़क पर जाम की स्थिति न बने। ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि विशेष जांच अभियान के दौरान शहरभर में कुल 1181 वाहनों का चालान किया गया। इन सभी पर मोटर वाहन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में कार्रवाई करते हुए कुल 51,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
गोलघर में ‘नो पार्किंग-नो वेंडिंग जोन’ लागू
इसी क्रम में नगर निगम और यातायात पुलिस ने गोलघर क्षेत्र में भी विशेष अभियान चलाया। यहां नो पार्किंग जोन में खड़े 50 दोपहिया और चार कारों को क्रेन से उठाकर यातायात यार्ड भेजा गया। कुल 54 वाहनों पर कार्रवाई कर लगभग 12,000 रुपये जुर्माना वसूला गया। नगर निगम ने गोलघर क्षेत्र को ‘नो पार्किंग’ और ‘नो वेंडिंग जोन’ घोषित किया है। कचहरी चौराहे से लेकर गोलघर काली मंदिर तक सड़क किनारे किसी भी प्रकार की गाड़ी खड़ी करने और ठेला-खोमचा लगाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। अपर नगर आयुक्त निरंकार सिंह ने कहा कि यह कदम शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और नागरिकों को सुगम आवाजाही उपलब्ध कराने के लिए उठाया गया है।
इस अभियान ने यह संदेश दिया है कि गोरखपुर प्रशासन अब अतिक्रमण और अवैध पार्किंग पर सख्ती बरतने के मूड में है। अधिकारियों का मानना है कि अगर यह कार्रवाई निरंतर जारी रही तो शहर की सड़कों पर जाम की समस्या काफी हद तक कम होगी और आम नागरिकों को राहत मिलेगी।