शहर को स्वच्छ और सुगम बनाने के लिए गोरखपुर नगर निगम ने शनिवार को अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस अभियान की शुरुआत सिंचाई विभाग डाक बंगले से की गई और यह स्टेशन रोड होते हुए काली मंदिर तक चला। निगम की प्रवर्तन टीम ने सड़क और फुटपाथ पर कब्जा जमाए दुकानदारों और ठेला चालकों पर सख्ती दिखाते हुए कई ठेले, अवैध होर्डिंग और दुकानों के बाहर फैला सामान जब्त कर लिया। इस दौरान मौके पर 7 ठेले और 15 अवैध होर्डिंग हटाए गए। निगम अधिकारियों ने बताया कि सार्वजनिक स्थलों पर कब्जा जमाना आम लोगों की सुविधा और यातायात व्यवस्था के लिए सबसे बड़ी बाधा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
36 हजार रुपये का जुर्माना और जब्त हुआ सामान
अभियान के दौरान नगर निगम प्रवर्तन दल ने नियम तोड़ने वालों के खिलाफ आर्थिक दंड भी लगाया। कुल मिलाकर ₹36,000 का चालान काटा गया। दुकानदारों को चेतावनी दी गई कि यदि दोबारा अतिक्रमण किया गया तो और सख्त कदम उठाए जाएंगे। जब्त किए गए सभी सामानों को निगम के स्टोर में जमा करा दिया गया। संयुक्त कार्रवाई के दौरान जोनल अधिकारी, प्रवर्तन दल और सफाई इंस्पेक्टर राम विजय पाल अपनी टीम के साथ मौजूद रहे। निगम अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि अतिक्रमण हटाने की यह मुहिम केवल एक दिन की नहीं है बल्कि इसे लगातार चलाया जाएगा ताकि शहर की सड़कों को चौड़ा और स्वच्छ रखा जा सके।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और निगम की चेतावनी
अभियान के बाद स्थानीय निवासियों ने नगर निगम की इस कार्रवाई का स्वागत किया। उनका कहना था कि अतिक्रमण के कारण सड़कों पर जगह-जगह जाम की समस्या बनी रहती थी और पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता था। फुटपाथ पर कब्जा होने से आम लोगों को काफी असुविधा झेलनी पड़ती थी। लोगों ने उम्मीद जताई कि इस तरह की कार्रवाई से यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और बाजारों में खरीदारी करना भी आसान होगा। वहीं नगर निगम ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थलों पर कब्जा न करें। निगम अधिकारियों ने चेतावनी दी कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि शहर को साफ-सुथरा और सुगम बनाने के लिए सभी की जिम्मेदारी है कि वे यातायात और स्वच्छता व्यवस्था में सहयोग करें।