Hindi News / State / Uttar Pradesh / Gorakhpur News Today (गोरखपुर समाचार) / Gorakhpur News : गोरखपुर में दवा कारोबार पर बड़ी कार्रवाई, तीन दुकानों से 15 हजार कफ सीरप और 149 बॉक्स ट्रामाडोल जब्त, जांच जारी

Gorakhpur News : गोरखपुर में दवा कारोबार पर बड़ी कार्रवाई, तीन दुकानों से 15 हजार कफ सीरप और 149 बॉक्स ट्रामाडोल जब्त, जांच जारी

Gorakhpur news in hindi : भालोटिया मार्केट में ड्रग विभाग की छापेमारी, संदिग्ध दवाओं की बिक्री पर अस्थायी रोक, जांच रिपोर्ट आने तक निगरानी बढ़ाई गई

Drug department raid in Gorakhpur seizes cough syrup and Tramadol boxes | Gorakhpur News

गोरखपुरउत्तर प्रदेश –  गोरखपुर शहर में ड्रग विभाग ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भालोटिया मार्केट स्थित तीन प्रमुख थोक दवा दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने करीब 15 हजार कफ सीरप की बोतलें और 149 बॉक्स दर्दनाशक ट्रामाडोल बरामद किए, जिनका अनुमानित बाजार मूल्य लाखों रुपये बताया जा रहा है। विभाग को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ दुकानों में संदिग्ध दवाओं का भंडारण और बिक्री अनियमित तरीके से की जा रही है। इसी सूचना के आधार पर विभाग की टीम ने सुबह से ही छापेमारी अभियान शुरू किया। कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने दुकानों के रिकॉर्ड, खरीद-बिक्री से जुड़े बिल और दवा स्टॉक की जांच की। शुरुआती जांच में पाया गया कि कई दवाओं की खरीद का स्रोत स्पष्ट नहीं है और कुछ स्टॉक पर वैध बिल मौजूद नहीं हैं। विभाग ने फिलहाल 11 नमूने जांच के लिए लैब भेजे हैं और रिपोर्ट आने तक सभी संदिग्ध दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई केवल दवा सुरक्षा को लेकर नहीं बल्कि गलत दवा कारोबार की श्रृंखला तोड़ने के लिए की गई है ताकि भविष्य में दवाओं का दुरुपयोग न हो सके।

तुलस्यान फार्मा और ट्रेडर्स पर फोकस, कफ सीरप की जांच तेज

ड्रग विभाग की टीम ने जिन तीन दुकानों पर छापेमारी की, उनमें से दो-तुलस्यान फार्मा और तुलस्यान ट्रेडर्स-पर सबसे अधिक मात्रा में कफ सीरप पाया गया। अधिकारियों के मुताबिक, इन दोनों दुकानों से करीब 15 हजार से अधिक बोतलें मिलीं जो टूलब्रास फार्मुलेशन नामक कंपनी की थीं। यह कंपनी उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में स्थित है और बताया जा रहा है कि इसका मालिक दोनों दुकानदारों का तीसरा भाई है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि इन दुकानों ने इस सीरप की बड़ी खेप बिना पर्याप्त वितरण रजिस्टर और ट्रांजैक्शन डिटेल के स्टॉक की थी। विभाग ने नौ नमूने लैब भेजकर यह जांचने का निर्णय लिया है कि क्या दवा की संरचना नियमानुसार है या इसमें किसी घटक का अनुपात मानक से अधिक तो नहीं। अधिकारियों ने दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिन मेडिकल स्टोर्स को यह सीरप सप्लाई की गई है, उन्हें तुरंत इसकी जानकारी दें और जांच रिपोर्ट आने तक बिक्री रोक दें। हालांकि इस कफ सीरप पर कोई आधिकारिक प्रतिबंध नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इसके अत्यधिक सेवन या गलत उपयोग से नशे की प्रवृत्ति और शारीरिक नुकसान की संभावना रहती है। इसी कारण इसे विभाग ने “अलर्ट मोड” में रखकर इसकी हर खेप पर बारीकी से नजर रखने का निर्णय लिया है।

ट्रामाडोल पर कड़ी निगरानी, पूरे नेटवर्क की होगी जांच

छापेमारी के दौरान तीसरी दुकान खाटू श्याम फार्मा में टीम ने ट्रामाडोल दवा के 149 बॉक्स बरामद किए। जांच में सामने आया कि व्यापारी ने हाल ही में इस दर्दनाशक की 2000 बॉक्स की खरीदारी की थी, लेकिन बिक्री और वितरण से जुड़े रिकॉर्ड अधूरे पाए गए। ट्रामाडोल को आमतौर पर दर्द निवारक के रूप में उपयोग किया जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में इसके नशे के रूप में दुरुपयोग के कई मामले सामने आए हैं। इसी वजह से ड्रग विभाग इस दवा को लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है। अधिकारियों ने व्यापारी से बाकी स्टॉक का हिसाब मांगा है और पूरे वितरण नेटवर्क की जांच के आदेश दिए गए हैं। विभाग का मानना है कि कई बार वैध दवा का दुरुपयोग अवैध व्यापारियों द्वारा नशे के रूप में किया जाता है, जिससे समाज में गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इस कार्रवाई को विभाग ने एक “रूट ट्रैकिंग ड्राइव” का हिस्सा बताया है, जिसके तहत यह पता लगाया जाएगा कि इन दवाओं की आपूर्ति किन-किन जिलों में की गई और कहीं इसका प्रयोग अनुचित उद्देश्यों के लिए तो नहीं हुआ। जिला ड्रग अधिकारी ने बताया कि जांच पूरी होने तक सभी संबंधित दुकानों और गोदामों को निगरानी सूची में रखा गया है। विभाग का कहना है कि यदि जांच में कोई अनियमितता साबित होती है, तो संबंधित दुकानदारों के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस छापेमारी ने एक बार फिर गोरखपुर में दवा कारोबार की निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं और स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों को अपने नियंत्रण तंत्र को और मजबूत करने का संदेश दिया है।

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