गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में एक साइबर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें स्थानीय फिजिशियन डॉ. जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के बैंक खाते से करीब 2.50 लाख रुपए गायब हो गए। घटना 8 सितंबर 2025 को हुई, जब डॉक्टर ने ऑनलाइन मरीज को परामर्श दिया। साइबर जालसाजों ने खुद को मरीज बताकर वॉट्सऐप पर QR कोड मांग लिया, जिसे डॉक्टर ने भेज दिया। इसके कुछ ही मिनटों में उनके पंजाब नेशनल बैंक, बशारतपुर शाखा के खाते से क्रमशः ₹49,511, ₹99,588 और ₹99,588 की रकम ट्रांसफर हो गई। डॉक्टर ने तुरंत बैंक जाकर खाता फ्रीज कराया और साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
साइबर जालसाजों की पहचान और कार्रवाई
डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार कॉल करने वाले ने अपने आप को प्रमील कुमार और एसके रावत बताया। उन्होंने घटना के तुरंत बाद साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर भी शिकायत की और खाते को फ्रीज कराया। शाहपुर थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस साइबर क्राइम एक्सपर्ट की मदद से जालसाज के बैंक खातों की जांच कर रही है और उनके वास्तविक पहचान का पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
डॉ. जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि ऑनलाइन परामर्श देते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति को बैंक या QR कोड जैसी संवेदनशील जानकारी न साझा करें। शाहपुर थाना प्रभारी नीरज राय ने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है और साइबर क्राइम विशेषज्ञों की सहायता से खाता फ्रीज कर दिया गया है। पुलिस का उद्देश्य जालसाजों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार करना है। यह मामला डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने और ऑनलाइन लेन-देन में सतर्कता बरतने की जरूरत को फिर से स्पष्ट करता है।




