गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में दीपावली और छठ जैसे बड़े त्योहारों पर यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने इस साल रिकॉर्ड संख्या में स्पेशल ट्रेनों को चलाने की तैयारी पूरी कर ली है। रेलवे प्रशासन के अनुसार, यात्रियों की सुविधा के लिए कुल 122 पूजा विशेष ट्रेनें 2,484 फेरों में चलाई जाएंगी।
इनमें से 80 ट्रेनें 1,208 फेरों में पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से प्रारंभ होंगी, जबकि 42 ट्रेनें 1,276 फेरों में इन स्टेशनों से होकर गुजरेंगी। रेलवे ने बताया कि त्योहारों के दौरान लाखों लोग अपने घर लौटते हैं या परिवार से मिलने जाते हैं, ऐसे में यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है। इस निर्णय के बाद अब पूर्वोत्तर रेलवे क्षेत्र से उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों तक यात्रियों के लिए यात्रा आसान हो जाएगी।
गोरखपुर, जो उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है, इस बार त्योहारों के दौरान पूरे नेटवर्क का केंद्र बनने जा रहा है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि इस बार ट्रेन संचालन में किसी प्रकार की भीड़ या अव्यवस्था न हो, इसके लिए समय सारणी और सुरक्षा दोनों को लेकर विस्तृत योजना तैयार की गई है।
गोरखपुर से प्रमुख शहरों तक स्पेशल ट्रेनों का संचालन
गोरखपुर से दीपावली और छठ पर्व पर देश के कई बड़े शहरों के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इनमें कोलकाता के लिए 30 फेरे, आसनसोल के लिए 14, धनबाद के लिए 22, मुंबई के लिए (छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस – 132 फेरे और पुणे – 130 फेरे), नई दिल्ली के लिए 20, डिब्रूगढ़ के लिए 14, गुवाहाटी (नारंगी) के लिए 18, जोधपुर के लिए 18, रांची के लिए 6 और वडोदरा के लिए 20 फेरे शामिल हैं। इसके अलावा पूर्वोत्तर रेलवे के अन्य स्टेशनों से भी बड़ी संख्या में ट्रेनें चलाई जा रही हैं। गोमती नगर से मुंबई के लिए 12, जयपुर के लिए 14, हैदराबाद के लिए 12, न्यू जलपाईगुड़ी के लिए 12 और बेंगलुरु के लिए 36 फेरे निर्धारित किए गए हैं। बढ़नी स्टेशन से अमृतसर के लिए 20 और मुंबई के लिए 34 फेरे तय किए गए हैं, जबकि बनारस से कोलकाता के लिए 14 और मुंबई सेंट्रल के लिए 16 फेरे निर्धारित हैं। इसके अलावा छपरा से सूरत, अमृतसर और जालना के लिए क्रमशः 20, 20 और 28 फेरे चलेंगे। मऊ से अंबाला कैंट (18 फेरे), कोलकाता (16 फेरे), सूरत (12 फेरे), मुंबई (40 फेरे), जोधपुर (20 फेरे) और वडोदरा (18 फेरे) के लिए भी विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। साथ ही थावे से पटना और बलिया से पटना के लिए 122-122 फेरे चलाए जाएंगे, जबकि गाजीपुर सिटी से पुणे (38 फेरे), बलिया से सूरत (20 फेरे), लालकुआं से राजकोट (12 फेरे), कोलकाता (20 फेरे), झांसी (14 फेरे), प्रयागराज (16 फेरे) और काठगोदाम से मुंबई सेंट्रल (18 फेरे) के लिए भी ट्रेनें तय की गई हैं। यह व्यवस्था यात्रियों को देश के विभिन्न हिस्सों में आसानी से पहुंचाने में मदद करेगी।
टिकट व्यवस्था, सुरक्षा और संचालन पर विशेष ध्यान
रेलवे प्रशासन ने इस बार त्योहारों पर बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को भी बेहतर किया है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि स्पेशल ट्रेनों की जानकारी IRCTC और रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर पहले से उपलब्ध कराई जाएगी ताकि यात्रियों को अग्रिम रूप से टिकट बुक करने में कोई दिक्कत न हो। इसके अलावा स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त टिकट काउंटर और हेल्प डेस्क भी स्थापित किए जाएंगे।
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी की टीमें सभी प्रमुख स्टेशनों पर तैनात की जाएंगी ताकि भीड़ के दौरान किसी प्रकार की अफरातफरी न हो। साथ ही प्लेटफॉर्म, एंट्री गेट और कोचों में अतिरिक्त गश्त के आदेश दिए गए हैं। रेलवे ने साफ कहा है कि इस बार यात्रियों को समय पर और सुरक्षित यात्रा उपलब्ध कराने के लिए सभी स्तरों पर समन्वय किया गया है।
प्रशासन का कहना है कि हर वर्ष दीपावली और छठ पर यात्रियों की संख्या में कई गुना वृद्धि होती है और इस वर्ष इसे संभालने के लिए पहले से तैयारी की गई है। इस योजना के तहत न केवल गोरखपुर बल्कि पूर्वोत्तर रेलवे के सभी बड़े स्टेशन जैसे बनारस, मऊ, बढ़नी, थावे, लालकुआं और गोमती नगर को भी फोकस में रखा गया है। रेलवे का दावा है कि इस बार चलने वाली 122 विशेष ट्रेनें यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होंगी, जिससे लोग बिना किसी परेशानी के अपने घर पहुंचकर त्योहार अपने परिवार के साथ मना सकेंगे।