गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर जिले के खोराबार थाना क्षेत्र के डुमरी गांव के बखरिया टोला में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां पेंशन के पैसों को लेकर छोटे भाई ने अपने ही दिव्यांग बड़े भाई की हत्या कर दी। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए आरोपी भाई अमरजीत निषाद और उसकी पत्नी श्यामरथी देवी को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला तब उजागर हुआ जब मृतक के पिता गणपति निषाद ने खुद थाने पहुंचकर दोनों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों से सख्त पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मृतक रामनिवास निषाद (45) दिव्यांग थे और उन्हें सरकार से हर माह पेंशन मिलती थी। यही पेंशन रकम उनके छोटे भाई और भाभी के लिए शराब के खर्च का साधन बन गई थी। पुलिस पूछताछ में अमरजीत ने स्वीकार किया कि उसने खुद के पैसे से रामनिवास का दिव्यांगता प्रमाणपत्र बनवाया था और बदले में भाई से पेंशन की आधी रकम देने का वादा लिया था। लेकिन इस बार जब रामनिवास ने पूरी रकम खुद खर्च कर ली, तो गुस्से में उसने पत्नी संग मिलकर वारदात को अंजाम दे डाला।
पिता की तहरीर से खुला हत्या का राज
घटना के बाद शुरू में पुलिस इस मौत को संदिग्ध मान रही थी। लेकिन जब गणपति निषाद ने खुलकर बयान दिया तो हत्या की पूरी साजिश सामने आ गई। उन्होंने बताया कि उनका बड़ा बेटा रामनिवास भले ही शादीशुदा था, लेकिन उसकी पत्नी और बेटा कई वर्षों से उसके साथ नहीं रहते थे। वह अकेले रहकर मजदूरी करता था और दिव्यांग पेंशन से अपनी आजीविका चलाता था। परिवार की मदद के लिए वह अपनी पेंशन और मजदूरी का कुछ हिस्सा छोटे भाई अमरजीत को देता था, जिससे घर खर्च चलता था। लेकिन अमरजीत और उसकी पत्नी शराब के आदी थे और अकसर परिवार के सदस्यों से झगड़ा करते थे। इन दोनों की हरकतों से तंग आकर पिता पिछले दस वर्षों से अलग रह रहे थे। कुछ दिन पहले रामनिवास ने अपनी पेंशन की 3000 रुपये की राशि बैंक से निकालकर खुद उपयोग कर ली, जिससे अमरजीत भड़क उठा। इसी बात को लेकर 21 अक्टूबर को दोनों भाइयों के बीच झगड़ा हुआ। दिन में पहले विवाद हुआ, और शाम को अमरजीत तथा उसकी पत्नी ने नशे में धुत होकर रामनिवास की बेरहमी से पिटाई कर दी। गुस्से में दोनों ने उसे कमरे में बंद कर दिया और धमकी दी कि अगर किसी ने दखल दिया तो अंजाम बुरा होगा।
शराब के नशे में की गई वारदात से मचा हड़कंप
अगली सुबह जब दरवाजा नहीं खुला तो ग्रामीणों ने पिता गणपति निषाद को सूचना दी। ग्रामीणों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया तो भीतर का दृश्य देखकर सबके होश उड़ गए। कमरे में रामनिवास मृत पड़ा था और उसके सिर से खून बह रहा था। यह देखकर परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ कि सिर पर गहरे घाव के कारण रामनिवास की मौत हुई है। पुलिस ने पिता की तहरीर के आधार पर अमरजीत निषाद और उसकी पत्नी श्यामरथी देवी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर दोनों को हिरासत में ले लिया। खोराबार थाना प्रभारी इत्यानंद पांडेय ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने अपराध कबूल भी कर लिया है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि अमरजीत और उसकी पत्नी अकसर शराब के नशे में परिवार के साथ गाली-गलौज और मारपीट करते थे। यह पहली बार नहीं था जब दोनों ने झगड़ा किया हो, लेकिन इस बार बात इतनी बढ़ गई कि जान चली गई। पुलिस ने इस वारदात को शराब और लालच के खतरनाक मेल का परिणाम बताया है। फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जाने की प्रक्रिया चल रही है और पुलिस ने मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है। यह घटना न केवल पारिवारिक हिंसा की भयावह तस्वीर पेश करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि शराब की लत और पैसे का लालच इंसान को किस हद तक अंधा बना सकता है।




