गोरखपुर के मंडलायुक्त सभागार में बुधवार को प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव (लोक निर्माण विभाग) अजय सिंह चौहान ने शहर में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं की व्यापक समीक्षा की। बैठक में फ्लाईओवर, गोडधोइया नाला, विरासत गलियारा और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। प्रमुख सचिव ने स्पष्ट किया कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य गोरखपुर की पहचान को निखारना, शहर को आधुनिक और सुगम बनाना है। उन्होंने अधिकारियों से निर्देशित किया कि प्रत्येक निर्माण कार्य समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाए, और कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनता की सुविधा और निर्माण की गुणवत्ता पर जोर
अजय सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास कार्यों के दौरान आम जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो। उन्होंने कहा कि कार्य शुरू करने से पहले प्रभावित लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाए और उनकी सहमति और सुविधा को प्राथमिकता दी जाए। प्रमुख सचिव ने सभी परियोजनाओं में जनसहभागिता, पारदर्शिता और नियमित निगरानी पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को यह भी बताया कि निर्माण स्थलों पर आने वाली किसी भी बाधा को तुरंत दूर किया जाए ताकि परियोजनाओं की प्रगति रुकने न पाए।
समन्वय, मॉडल परियोजनाएं और अधिकारियों के लिए निर्देश
बैठक में प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को सभी विभागों के बीच समन्वय बनाए रखने और गोरखपुर को एक मॉडल नगर के रूप में विकसित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि शहर की परियोजनाएं अन्य जिलों के लिए उदाहरण बन सकती हैं और इसका लाभ समय पर जनता तक पहुंचना चाहिए। अंत में उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि गोरखपुर के नागरिकों की अपेक्षाओं के अनुरूप विकास कार्यों को गति मिले और शहर को एक आधुनिक, सुंदर और सुलभ नगरीय स्वरूप प्रदान किया जा सके। समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, जीडीए उपाध्यक्ष, डीएफओ, एडीएम सिटी, एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर/तहसीलदार, पीडब्ल्यूडी नोडल अधिकारी, जलकल विभाग के अधिकारी सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।




