गोरखपुर नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को संयुक्त रूप से डेंगू रोकथाम अभियान चलाया। ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में हुई इस कार्रवाई के दौरान सात दुकानों पर डेंगू लार्वा मिलने पर चालान किया गया और खराब पड़े टायर जब्त किए गए। कुल मिलाकर 14,200 रुपये का जुर्माना वसूला गया। टीम में सीएमओ डॉ. राजेश झा, एईएस-जेई नोडल अधिकारी डॉ. वी.के. श्रीवास्तव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनय पांडेय, डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश और जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह शामिल रहे। अधिकारियों ने दुकानदारों और स्थानीय लोगों को समझाया कि टायरों या अन्य बर्तनों में जमा साफ पानी डेंगू मच्छरों के लार्वा पनपने की सबसे बड़ी जगह है, इसलिए इनकी नियमित सफाई बेहद जरूरी है।
सतर्कता और साफ-सफाई पर जोर
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिले में डेंगू और अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें नगर निगम के अलावा पंचायती राज, शिक्षा, आईसीडीएस और अन्य विभाग भी सक्रिय रूप से शामिल हैं। लोगों से अपील की गई है कि घर और कार्यस्थल पर कहीं भी साफ पानी जमा न होने दें। कूलर, गमले, एसी, पशुओं के बर्तन और नारियल के खोल की नियमित सफाई करें। साथ ही डेंगू से बचाव के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनने और मच्छररोधी उपाय अपनाने की सलाह दी गई।
समय पर जांच और इलाज की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि डेंगू के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों और हड्डियों में दर्द, थकान जैसे संकेत दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या सरकारी अस्पताल जाकर जांच कराएं। सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर इलाज मिलने से मरीज घर पर ही ठीक हो सकता है, लेकिन इलाज में देरी या बिना परामर्श दवा लेने पर स्थिति गंभीर हो सकती है।
गोरखपुर में यह अभियान इस बात का स्पष्ट संदेश है कि डेंगू जैसे मौसमी संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार सक्रिय हैं। लेकिन इसकी असली सफलता तभी संभव होगी, जब आम नागरिक भी सफाई और सतर्कता की जिम्मेदारी खुद उठाएं।