गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चार दिन तक चला छठ महापर्व संपन्न हो गया, लेकिन इस परंपरा के समापन के बाद अब शहर में यात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। हजारों प्रवासी मजदूर और कामकाजी लोग अपने कार्यस्थलों की ओर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन और बस अड्डे का रुख कर रहे हैं। रेलवे प्लेटफॉर्म से लेकर टिकट काउंटर और बस टर्मिनल तक हर जगह भीड़ का आलम है। अधिकांश ट्रेनों में आरक्षण की सभी सीटें भर चुकी हैं, जिससे यात्रियों को सामान्य और जनरल डिब्बों में सफर करना पड़ रहा है। दिल्ली, लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज की ओर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट सैकड़ों में पहुंच चुकी है। इसी कारण बड़ी संख्या में लोग अब रोडवेज बसों से सफर करने को मजबूर हैं। गोरखपुर रोडवेज बस अड्डे पर सोमवार शाम से ही भीड़ बढ़नी शुरू हो गई थी, जो मंगलवार को चरम पर पहुंच गई। बसें पूरी तरह भर जाने के बाद कई यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी। आसपास के जिलों जैसे देवरिया, महाराजगंज, आनंदनगर और कुशीनगर की ओर भी आवागमन में तेजी आई है। परिवहन अधिकारियों का कहना है कि त्योहारी भीड़ अगले तीन दिनों तक जारी रहने की संभावना है और औसतन 35 से 40 हजार यात्री रोजाना गोरखपुर से विभिन्न दिशाओं में सफर करेंगे।
परिवहन विभाग की पहल, कम किराया योजना से राहत और अतिरिक्त बसों की व्यवस्था
त्योहारी भीड़ और यात्रियों की परेशानी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर परिवहन विभाग ने ‘मुख्यमंत्री जनता सेवा (कम किराया)’ योजना लागू करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत यात्रियों को रोडवेज बसों में 20 प्रतिशत तक किराए में छूट मिलेगी, जिससे ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों के यात्रियों को राहत मिल सके। विभाग का मानना है कि इससे छोटे कस्बों और गांवों के लोग सस्ती दरों पर सुरक्षित और भरोसेमंद यात्रा कर पाएंगे। वहीं, गोरखपुर क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार सिंह ने बताया कि बढ़ती मांग को देखते हुए कई रूटों पर अतिरिक्त बसें लगाई गई हैं। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और दिल्ली जाने वाली बसों की संख्या बढ़ाकर भीड़ का दबाव कम करने की कोशिश की जा रही है। विभाग ने सभी डिपो को अतिरिक्त कर्मचारियों और वाहनों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। परिवहन निगम ने बताया कि पिछले 24 घंटों में बसों की संख्या में 30 प्रतिशत तक वृद्धि की गई है ताकि कोई यात्री छूटे नहीं। उधर, कम किराया योजना का लाभ लेने के लिए यात्रियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से टिकट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन अलर्ट, ट्रैफिक नियंत्रण और सुरक्षा पर फोकस
यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और परिवहन निगम ने संयुक्त रूप से भीड़ नियंत्रण की विशेष व्यवस्था की है। बस अड्डों और रेलवे स्टेशन के आसपास यातायात पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि सड़कों पर जाम की स्थिति न बने। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि भीड़ प्रबंधन के लिए कई टीमें बनाई गई हैं जो बसों की लोडिंग, यात्रियों की लाइन व्यवस्था और टिकट काउंटर की निगरानी कर रही हैं। रेलवे अधिकारियों ने भी प्लेटफॉर्म पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए घोषणाएं लगातार की जा रही हैं ताकि अफरा-तफरी की स्थिति न बने। जिला प्रशासन ने कहा है कि अगले तीन दिनों तक विशेष सतर्कता बरती जाएगी, क्योंकि इस अवधि में ही सबसे ज्यादा यात्री अपने कार्यस्थलों की ओर रवाना होते हैं। वहीं, परिवहन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अग्रिम टिकट बुक करें और अनावश्यक भीड़ से बचने के लिए निर्धारित समय पर ही स्टेशन या बस अड्डे पहुंचे। अधिकारियों का कहना है कि सभी प्रमुख रूटों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और आवश्यकता के अनुसार नई बसें और फेरे बढ़ाए जाएंगे। प्रशासन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी यात्री असुविधा में न रहे और पर्व के बाद का यह यात्रा काल सुरक्षित और सुचारू रूप से बीते।




