गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में नवरात्र और दशहरा उत्सव का आरंभ मां दुर्गा की आराधना के साथ हो चुका है। शहर की गलियां रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों की सजावट से जगमगा रही हैं और हर कोने से ढोल-नगाड़ों, घंटियों और भजनों की ध्वनि वातावरण को भक्तिमय बना रही है। रेलवे स्टेशन, असुरन, धर्मशाला, रेलवे स्कूल और दुर्गाबाड़ी जैसे प्रमुख स्थानों पर बने पंडालों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। रेलवे स्टेशन परिसर में विशेष पूजा-अर्चना के बाद पट खोलने की तैयारी पूरी की गई, जहां दीपों की लौ, फूलों की खुशबू और भक्तों के जयकारे ने भक्ति का माहौल बना दिया। धर्मशाला बाजार में रोशनी और सजावट का अद्भुत संगम देखने को मिला, जबकि रेलवे स्कूल पंडाल में झूले और स्टॉल्स ने परिवारों और बच्चों के लिए उत्सव का आनंद दोगुना कर दिया।
थीम आधारित पंडालों में आस्था और आकर्षण का संगम
इस बार गोरखपुर में कई पंडाल थीम आधारित आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। हजारीपुर का पंडाल भूतिया थीम से सजाया गया है, जहां अंधेरे और रोशनी के बीच मां दुर्गा की प्रतिमा श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रही है। शाहपुर में स्प्रिंग मूर्तियों का लाइव शो विशेष आकर्षण है, जिसमें मां दुर्गा और महिषासुर के युद्ध का दृश्य जीवंत रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। असुरन पंडाल में भक्तों की लगातार बढ़ती भीड़ और गूंजते जयकारे उत्सव की भव्यता का अहसास कराते हैं। दीवान बाजार में पट खुलने के साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और दीप जलाकर मां दुर्गा से आशीर्वाद मांगा। सभी पंडालों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है, जहां पुलिस बल और सीसीटीवी कैमरे तैनात हैं ताकि श्रद्धालु निश्चिंत होकर पूजा-अर्चना कर सकें।
पूरे शहर में भक्ति, सजावट और मेले का माहौल
गोरखपुर के गोरखनाथ, मोहद्दीपुर, पादरी बाजार, रामगढ़ताल, राप्तीनगर, रुस्तमपुर और बेतियाहाता समेत शहर के हर इलाके में मां दुर्गा के पंडाल सजे हुए हैं। शाम ढलते ही दीपों की रोशनी, फूलों की खुशबू और भजनों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो जाता है। जगह-जगह झूले, मेले और खाने-पीने के स्टॉल्स पर भीड़ जुटती है, जिससे हर क्षेत्र उत्सव स्थल में बदल गया है। श्रद्धालु अपने परिवार के साथ पंडालों में पहुंचकर दीप अर्पित कर सुख-समृद्धि और शांति की प्रार्थना कर रहे हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले में न केवल स्थानीय निवासी बल्कि आसपास के इलाकों से भी हजारों की संख्या में लोग गोरखपुर पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर गोरखपुर का हर कोना आस्था, उल्लास और भक्ति की भावना से सराबोर दिखाई दे रहा है, जो दशहरा को और भी विशेष और अविस्मरणीय बना देता है।