गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर जिले के पीपीगंज थाना क्षेत्र में 21 अक्टूबर की रात हुई एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना ने दो परिवारों की खुशियां उजाड़ दीं। दिवाली के उल्लास भरे माहौल में यह हादसा ऐसा तूफान लेकर आया जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया। जानकारी के अनुसार, हाईवे पर तेज रफ्तार में दौड़ रही महिंद्रा एक्सयूवी-700 कार अनियंत्रित होकर तीन वाहनों से टकरा गई, जिससे कार सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान भाजपा नेता और सर्राफा कारोबारी जय प्रकाश वर्मा के बेटे आदर्श वर्मा (22) तथा ओम प्रकाश कन्नौजिया के बेटे रोहन कन्नौजिया (22) के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि हादसे के समय आदर्श खुद गाड़ी चला रहा था और उसके साथ तीन दोस्त – रोहन, राहत और सुभांग – मौजूद थे। पीपीगंज से लौटते वक्त जब वे नयनसर टोल प्लाजा के पास पहुंचे, तो तेज गति में ओवरटेक करने की कोशिश में गाड़ी असंतुलित हो गई। सामने से आ रही गाड़ियों और संकरी लेन के बीच एक्सयूवी ने पहले हैरियर कार से टक्कर मारी और फिर पलटकर सड़क पर घिसट गई। उसी दौरान पीछे से आ रहे एक पिकअप ट्रक ने पलटी हुई गाड़ी को टक्कर मार दी, जिससे कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पीपीगंज थाने की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। डॉक्टरों ने आदर्श और रोहन को मृत घोषित कर दिया जबकि बाकी दो दोस्तों की हालत स्थिर बताई जा रही है। हादसे के बाद रातभर क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल रहा और परिजनों के साथ-साथ स्थानीय व्यापारी भी अस्पताल पहुंचे।
शोक में डूबे परिजन, मंगेतर और पिता की आंखों में आंसू
हादसे की खबर जैसे ही पीपीगंज पहुंची, आदर्श और रोहन के घरों में कोहराम मच गया। आदर्श के पिता जय प्रकाश वर्मा जो कि भाजपा से जुड़े एक स्थानीय नेता और पीपीगंज ज्वेलर्स के संचालक हैं, बेटे के निधन से टूट गए। उन्होंने हाल ही में अपने बेटे के लिए दुकान शुरू की थी और तीन महीने पहले उसकी सगाई भी हो चुकी थी। परिवार शादी की तैयारियों में व्यस्त था, लेकिन इस हादसे ने सब कुछ खत्म कर दिया। आदर्श की मंगेतर जब घर पहुंची, तो वह बेसुध होकर परिजनों से लिपटकर रोने लगी। पिता ने उसे संभालते हुए कहा, “बेटी, हिम्मत रखो, मैं तुम्हारी शादी किसी और अच्छे लड़के से कराऊंगा।” यह सुनकर पूरे घर का माहौल गमगीन हो उठा।
दूसरी ओर, रोहन कन्नौजिया नई दिल्ली में ओटी टेक्नीशियन पिता का बेटा था। वह पीपीगंज में अपने ननिहाल में पला-बढ़ा और हाल ही में लखनऊ में पॉलिटेक्निक कोर्स में दाखिला लिया था। दिवाली की छुट्टियों में वह अपने ननिहाल दोस्तों से मिलने आया था, लेकिन किसे पता था कि यह उसकी आखिरी यात्रा होगी। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों दोस्तों के शव घर लाए गए, जहां रोने-बिलखने की आवाजें गूंज उठीं। पड़ोसी और रिश्तेदार भी आंखों में आंसू लिए पहुंचे। आदर्श के बड़े भाई रजत ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मेरा भाई, मेरा जिगर का टुकड़ा, अब इस दुनिया में नहीं रहा।”
एक साथ उठीं दो अर्थियां, हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई
बुधवार दोपहर पीपीगंज के अकटहवा घाट पर दोनों दोस्तों की अर्थियां एक साथ पहुंचीं। भीड़ में शामिल हर आंख नम थी। हजारों लोग अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े। दोनों परिवारों के सदस्यों की स्थिति बेहद दर्दनाक थी। जब दोनों चिताएं एक साथ जलीं तो सन्नाटा छा गया, सिर्फ चीख-पुकार और रोने की आवाजें रह गईं। पिता जय प्रकाश वर्मा बार-बार बेटे की चिता के पास बैठकर उसकी राख को निहारते रहे, मानो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनका लाडला अब नहीं रहा। हादसे के बाद व्यापार मंडल ने बुधवार दोपहर तक सभी दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया। पीपीगंज व्यापार मंडल के अध्यक्ष सचिन वर्मा ने बताया कि यह घटना पूरे कस्बे के लिए गहरा सदमा है।
गुरुवार शाम 7 बजे व्यापार मंडल द्वारा शोकसभा का आयोजन किया जाएगा। पुलिस ने भी हादसे के वीडियो और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच के अनुसार, तेज रफ्तार और ओवरटेक करने की कोशिश इस दुर्घटना की मुख्य वजह मानी जा रही है। एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि हादसे के हर पहलू की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि गलती कहां हुई। उन्होंने लोगों से अपील की है कि त्योहारों के दौरान वाहन चलाते समय संयम और सावधानी बरतें ताकि किसी और परिवार को ऐसी त्रासदी का सामना न करना पड़े।




