गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक विवाहिता ने अपने पति और ससुराल के चार अन्य सदस्यों पर प्रताड़ित करने और गर्भपात कराने का आरोप लगाया है। पीड़िता माधुरी, जो गगहा थाना क्षेत्र के नर्रे बुजुर्ग गांव की निवासी हैं, ने बताया कि उनकी शादी 1 दिसंबर 2020 को गोला थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव निवासी शिवम सिंह उर्फ रोशन सिंह से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही उनके ससुराल वालों ने 10 लाख रुपये की दहेज मांग शुरू कर दी। दहेज न मिलने पर उन्हें बार-बार पीटा जाता और कई बार खाना भी नहीं दिया जाता, जिससे माधुरी कई बार बेहोश हो जाती थीं।
गर्भपात और गंभीर प्रताड़ना
पीड़िता ने बताया कि जब वह गर्भवती हुईं, तो ससुराल वालों ने बच्चा गिराने का दबाव बनाना शुरू किया। 16 जुलाई 2025 की रात को उनके पति शिवम सिंह, ससुर उपेंद्र सिंह, सास गुड्डी सिंह, ननद दीक्षा सिंह और पति के मामा दिनेश चंद उर्फ गुड्डू चंद ने मिलकर उन्हें पीटा और कुछ जहरीला पदार्थ पिलाया। माधुरी बेहोश हो गईं और उन्हें किसी अस्पताल ले जाकर गर्भपात कराया गया। अगले दिन होश आने पर उन्हें पता चला कि उनका बच्चा नहीं रहा। इस घटना के बाद उनके पिता और घर वाले जब उन्हें लेने आए, तो ससुराल वालों ने उन्हें भी मारने की कोशिश की। किसी तरह माधुरी को उनके पिता सुरक्षित घर ले गए।
शिकायत के बाद पुलिस ने की कार्रवाई
पीड़िता ने लोक-लज्जा और रिश्तों को सुधारने की उम्मीद में 5 सितंबर को फिर अपने पति के घर जाने का प्रयास किया, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें और उनके परिवार को फिर से पीटा गया। गोला थाना प्रभारी राहुल शुक्ला ने बताया कि माधुरी की तहरीर के आधार पर पति शिवम सिंह, ससुर उपेंद्र सिंह, सास गुड्डी सिंह, ननद दीक्षा सिंह और पति के मामा दिनेश चंद के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और गर्भपात कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और मामले की जांच तेज करने की बात कही है। इस घटना ने एक बार फिर दहेज प्रथा और घरेलू उत्पीड़न की गंभीरता को उजागर किया है।