मेडिकल कॉलेज परिसर में चला सफाई और छिड़काव अभियान
गोरखपुर में डेंगू और मच्छरों से बचाव के लिए रविवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज परिसर में व्यापक अभियान चलाया गया। ‘हर रविवार-मच्छर पर वार’ पहल के तहत यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और मेडिकल कॉलेज प्रशासन की संयुक्त पहल पर आयोजित हुआ। सुबह से शुरू हुए अभियान में हॉस्टल्स, कैंपस की नालियों, स्नानघर, मेस, पानी की टंकियों, छत के कंटेनरों और खाली बर्तनों की गहन सफाई की गई। इसके साथ ही इन सभी जगहों पर एंटी लार्वा का छिड़काव भी किया गया ताकि मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सके। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजकुमार जायसवाल ने अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया और छात्रों से कहा कि केवल सफाई ही नहीं, बल्कि जीवनशैली में स्वच्छता को अपनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को जागरूक करते हुए कहा कि छोटी-छोटी लापरवाहियां डेंगू जैसे खतरनाक संक्रमण को बढ़ावा देती हैं।
डेंगू से बचाव और सुरक्षा पर स्वास्थ्य विभाग का जोर
सीएमओ डॉ. राजेश झा ने अभियान की निगरानी करते हुए कहा कि डेंगू के सबसे अधिक मरीज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ही आते हैं, इसलिए यहां के डॉक्टरों और छात्रों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सितंबर का महीना डेंगू के प्रसार के लिहाज से बेहद संवेदनशील होता है, इसलिए कॉलेज परिसर और हॉस्टल्स में विशेष सावधानी बरती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इलाज करने वाले डॉक्टर और पढ़ाई करने वाले छात्र संक्रमण से सुरक्षित रहें। सीएमओ ने बताया कि आने वाले दिनों में यह अभियान सिर्फ मेडिकल कॉलेज तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे अन्य शैक्षणिक संस्थानों, सार्वजनिक दफ्तरों और आम इलाकों तक भी विस्तार दिया जाएगा।
जागरूकता अभियान और हर रविवार की पहल
मंडलीय कीट विज्ञानी डॉ. वीके श्रीवास्तव ने कहा कि डेंगू फैलाने वाले मच्छर अक्सर पानी जमा होने वाली जगहों पर पनपते हैं, इसलिए मेडिकल कॉलेज में पानी से भरे सभी कंटेनरों और गड्ढों की सफाई की गई। उन्होंने बताया कि अब हर रविवार किसी न किसी संस्थान में ‘मच्छर पर वार’ अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छात्रों और स्टाफ को जागरूक करने के लिए पंपलेट और पोस्टर भी वितरित किए, जिनमें डेंगू से बचाव के उपाय बताए गए थे। इस अवसर पर जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजेश कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी प्रभात रंजन सिंह और नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर सफाई और एंटी लार्वा छिड़काव में योगदान दिया। प्रशासन का कहना है कि इस तरह के संयुक्त प्रयासों से ही डेंगू जैसी बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है और शहर को सुरक्षित बनाया जा सकता है।