गोरखपुर के बाल विहार स्थित चटोरी गली अब रंगीन और आकर्षक रूप ले चुकी है। यहां दीवारों पर बन रही मुरल पेंटिंग्स और 3D पोस्टर लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। मंगलवार को आई पहली झलक में एक दीवार पर शेफ को डोसा बनाते हुए दिखाया गया, तो दूसरी ओर लस्सी फेंटते और चाय बनाते कलाकार नजर आए। खाने-पीने पर आधारित ये जीवंत चित्र गली को एक अलग पहचान दे रहे हैं और यहां आने वालों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। नगर निगम की योजना है कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट को पूरा कर गली को पूरी तरह फूड आर्ट स्ट्रीट में तब्दील किया जाए। खास बात यह है कि पेंटिंग्स को लखनऊ के कलाकार बना रहे हैं, जिन्हें स्थानीय फूड कल्चर को कलाकारी में उतारने का अनुभव है। इसके बाद यह जगह गोरखपुर में नया सेल्फी प्वाइंट और टूरिस्ट स्पॉट बनने जा रही है।
मेन्यू बोर्ड और फूड स्ट्रीट का आकर्षण
गली के प्रवेश द्वार पर रंगीन लाइटों से सजा एक मेन्यू बोर्ड लगाया जा रहा है, जिसमें बाटी-चोखा, कुल्फी-फालूदा, कबाब-पराठा, इडली-डोसा, मोमोज, जलेबी, लस्सी और दर्जनों लोकप्रिय व्यंजनों की सूची होगी। इस बोर्ड को देखकर लोग आसानी से तय कर सकेंगे कि उन्हें क्या खाना है। साथ ही सभी दुकानों को चॉकलेटी रंग में रंगा जा रहा है ताकि पूरा इलाका एक जैसा और आकर्षक दिखे। गली को देशभर के उदाहरणों पर तैयार किया जा रहा है। लखनऊ, बनारस और इंदौर की तरह अब गोरखपुर की भी यह चटोरी गली स्थानीय और बाहरी पर्यटकों के लिए खास पहचान बनेगी। यहां अफगानी और तंदूरी मोमोज, कबाब-पराठा, दही बताशा, गरमा-गरम गुलाब जामुन, आइसक्रीम, सोया चाप और चिकन टिक्का जैसे तमाम स्वादिष्ट विकल्प मौजूद होंगे।
स्मार्ट रोड और परिवारों के लिए नई सुविधाएं
इंदिरा बाल विहार के सामने की सड़क को भी स्मार्ट रोड बनाया जा रहा है। इस सड़क को ईंट जैसे डिजाइन वाले मार्बल से सजाया जाएगा और दोनों किनारों पर सुंदर बैठने की व्यवस्था होगी ताकि लोग परिवार के साथ आराम से बैठकर खाने-पीने का आनंद ले सकें। रोड किनारे स्ट्रीट लाइटें और शाम के समय ‘नो व्हीकल जोन’ की व्यवस्था भी की जाएगी, जिसके लिए ऑटोमैटिक बैरियर लगाए जाएंगे। पार्क के अंदर बच्चों के खेलने की जगह को भी नया रूप दिया जा रहा है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि इंदिरा बाल विहार को पूरी तरह स्मार्ट और टूरिस्ट-फ्रेंडली फूड स्ट्रीट बनाया जा रहा है। सफाई, सुरक्षा और रोशनी पर खास ध्यान दिया जा रहा है ताकि यहां आने वाले हर व्यक्ति को अच्छा अनुभव मिले।
गोरखपुर की यह चटोरी गली सिर्फ खाने-पीने का अड्डा नहीं बल्कि कलाकारी, आधुनिक सुविधाओं और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का हिस्सा बनकर लोगों के लिए यादगार अनुभव देने वाली जगह साबित होगी। इसके पूरा होने के बाद यह गोरखपुर के पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान बनाने जा रही है।