त्योहारों में यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे का बड़ा कदम
दशहरा, दीपावली और छठ जैसे प्रमुख त्यौहारों के दौरान यात्रियों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर और आसनसोल के बीच पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन कुल सात चक्कर लगाएगी जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से पश्चिम बंगाल जाने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि त्योहारों के मौसम में नियमित ट्रेनों में भारी भीड़ रहती है, ऐसे में इस विशेष ट्रेन का संचालन भीड़ को नियंत्रित करने और लोगों की यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाने के लिए किया जा रहा है। आसनसोल से गोरखपुर के लिए पूजा स्पेशल (03527) 26 सितम्बर से 7 नवम्बर तक प्रत्येक शुक्रवार को रवाना होगी। यह ट्रेन दोपहर 1:20 बजे आसनसोल से प्रस्थान करेगी और चितरंजन, जामताड़ा, मधुपुर, जसीडीह, झाझा, किऊल, बरौनी, शाहपुर पटोरी, हाजीपुर, सोनपुर, छपरा, सीवान, भटनी और देवरिया सदर जैसे प्रमुख स्टेशनों से होते हुए अगले दिन सुबह 3:30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।
वापसी यात्रा का शेड्यूल और रूट
गोरखपुर से आसनसोल लौटने के लिए पूजा स्पेशल (03528) ट्रेन 27 सितम्बर से 8 नवम्बर तक हर शनिवार को संचालित होगी। यह ट्रेन सुबह 6:30 बजे गोरखपुर से रवाना होकर देवरिया सदर, भटनी, सीवान, छपरा, सोनपुर, हाजीपुर, शाहपुर पटोरी, बरौनी, किऊल, झाझा, जसीडीह, मधुपुर, जामताड़ा और चितरंजन से गुजरते हुए रात 8:45 बजे आसनसोल पहुंचेगी। यह मार्ग उन यात्रियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है जो त्योहारों के दौरान अपने घरों को लौटते हैं या फिर परिवार से मिलने के लिए लंबी दूरी की यात्रा करते हैं। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि इस ट्रेन का समय और रूट तय है ताकि यात्रियों को अग्रिम योजना बनाने में कोई परेशानी न हो।
कोच संरचना और यात्रियों को मिलने वाली सुविधा
पूजा स्पेशल ट्रेन में कुल 21 कोच लगाए जाएंगे जिनमें वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी (AC-2) के 2, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी (AC-3) के 6, स्लीपर क्लास के 7 और सामान्य श्रेणी के 4 डिब्बे शामिल होंगे। इसके अलावा जनरेटर–कम–लगेज वैन और एलएसएलआरडी कोच भी इस ट्रेन में जोड़े जाएंगे। इस संरचना से विभिन्न वर्गों के यात्रियों को सुविधानुसार यात्रा करने का विकल्प मिलेगा। त्योहारों में आमतौर पर लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोग आरामदायक सफर चाहते हैं, ऐसे में एसी कोचों की पर्याप्त संख्या उनकी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए जोड़ी गई है। वहीं, सामान्य और स्लीपर क्लास में भी अधिक कोच होने से ग्रामीण क्षेत्रों और साधारण यात्रियों को भी सीटें आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। रेलवे प्रशासन का कहना है कि यह पहल त्योहारों में भीड़ को कम करने और लोगों को सुगम यात्रा प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।




