गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर एयरपोर्ट सलाहकार समिति की हालिया बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं, जो क्षेत्र के हवाई यात्रा परिदृश्य को बदल देंगे। समिति ने सर्वसम्मति से गोरखपुर से nonstop 24 घंटे विमान सेवा शुरू करने का प्रस्ताव पास किया। सांसद रवि किशन शुक्ल ने एयरपोर्ट को दिन-रात संचालन योग्य बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए भारतीय वायुसेना से आवश्यक अनुमति ली जाएगी और सभी संसाधनों का प्रबंध किया जाएगा। 24 घंटे उड़ान सेवा शुरू होने से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि गोरखपुर एयरपोर्ट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही प्रस्तावित है कि गोरखपुर से जम्मू, पुणे, जयपुर, चंडीगढ़ और गोवा जैसी प्रमुख शहरों के लिए सीधी उड़ानें संचालित की जाएंगी।
तकनीकी सुधार और यात्री सुविधाओं का विस्तार
बैठक में एयरपोर्ट की तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई। यंत्र आधारित अवतरण प्रणाली (ILS) को श्रेणी-दो स्तर तक उन्नत करने का निर्णय लिया गया, जिससे खराब मौसम और कम दृश्यता में भी विमानों का सुरक्षित संचालन सुनिश्चित होगा। एप्रन विस्तार कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर जोर दिया गया। यात्रियों की सुविधा के लिए मुख्य द्वार का सौंदर्यीकरण, राजमार्ग पर यात्री शेड और पेयजल की व्यवस्था, बड़े LED स्क्रीन पर एयरपोर्ट का नाम प्रदर्शित करना और गीता प्रेस की दुकान खोलने जैसे सुझाव भी शामिल किए गए। समिति के सदस्यों को वाहन प्रवेश पास दिए जाने की व्यवस्था पर भी सहमति बनी।
गुरु गोरखनाथ की प्रतिमा और एयरपोर्ट का नाम बदलने का प्रस्ताव
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि एयरपोर्ट परिसर में महायोगी गुरु गोरखनाथ की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके साथ ही एयरपोर्ट का नाम बदलकर “महायोगी गुरु गोरखनाथ हवाई अड्डा” रखने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। समिति के सदस्य मनीष सिंह, आलोक अग्रवाल, शांतनु सर्राफ, अपर जिलाधिकारी नगर, एयरपोर्ट निदेशक आरके पाराशर, सहायक महाप्रबंधक संचार विजय कौशल, हवाई अड्डा सुरक्षा अधिकारी विनोद कुमार सिंह और एयरलाइंस अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। ये निर्णय न केवल गोरखपुर एयरपोर्ट की पहचान को बढ़ाएंगे बल्कि पूर्वांचल के लिए हवाई संपर्क को भी सशक्त बनाएंगे। प्रस्तावित nonstop उड़ान सेवा, तकनीकी सुधार और सुविधाओं के विस्तार से गोरखपुर एयरपोर्ट एक आधुनिक और सुविधा संपन्न हवाई अड्डे के रूप में उभर कर सामने आएगा।