Gorakhpur City News -गोरखनाथ रोड पर बन रहा दूसरा रेल ओवरब्रिज अब अपने अंतिम चरण में। सेतु निगम की टीम दिन-रात काम में जुटी हुई है और केवल रेलवे लाइन के ऊपर का काम बाकी है। इसके लिए अब रेलवे से ब्लॉक मिलने का इंतजार है। रेलवे लाइन पर काम करने के लिए सेफ्टी ब्लॉक की जरूरत होती है ताकि ट्रेनों की आवाजाही रोककर गर्डर को सुरक्षित रूप से लगाया जा सके। यह ओवरब्रिज गोरखपुर जंक्शन और डोमिनगढ़ सेक्शन के बीच बनाया जा रहा है, जो लखनऊ और दिल्ली जैसी प्रमुख रेल रूटों से जुड़ा है। इसी कारण इस लाइन पर ट्रैफिक दबाव अधिक है। फिलहाल रेलवे प्रशासन त्योहारों के कारण प्रतिदिन केवल दो से तीन घंटे का ब्लॉक देने पर विचार कर रहा है।
कमिश्नर और डीएम ने किया निरीक्षण, नवंबर तक पूरा करने के निर्देश
शनिवार को कमिश्नर अनिल ढींगरा और जिलाधिकारी दीपक कुमार मीणा ने निर्माणाधीन ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सेतु निगम को निर्देश दिया कि 15 नवंबर तक हर हाल में काम पूरा होना चाहिए। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने कहा कि यह प्रोजेक्ट शहर के ट्रैफिक सिस्टम के लिए बेहद अहम है। इसके बन जाने से गोरखनाथ क्षेत्र में जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी और आम जनता को आवागमन में राहत मिलेगी।
इस ओवरब्रिज की लंबाई करीब 600 मीटर और चौड़ाई 7.5 मीटर है। इसके निर्माण पर लगभग 127 करोड़ 87 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह नया पुल पुराने ओवरब्रिज के समानांतर बन रहा है, जो वर्ष 1980 में तैयार किया गया था। नए पुल के बनने से पुराना ओवरब्रिज पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और सड़क नेटवर्क को नई दिशा मिलेगी। ओवरब्रिज के दोनों किनारों पर ऊंची रेलिंग और साउंड बैरियर लगाए जा रहे हैं ताकि यात्रियों और आसपास के निवासियों को शोर और हादसों से सुरक्षा मिल सके। निर्माण कार्य 14 फरवरी 2023 को शुरू हुआ था, जिसे अप्रैल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य था। हालांकि काम की गति बढ़ाकर अब इसे नवंबर 2025 से पहले ही पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
शहर को मिलेगा नया रास्ता
गोरखपुर शहर में यह नया ओवरब्रिज सिर्फ एक संरचना नहीं, बल्कि लोगों के लिए सुविधा और राहत का प्रतीक है। हर दिन हजारों वाहन गोरखनाथ रोड से गुजरते हैं, जहां ट्रैफिक जाम आम बात है। इस पुल के शुरू होने से ट्रैफिक सुचारु होगा और यात्रियों का समय बचेगा। रेलवे ब्लॉक की मंजूरी मिलते ही पुल का काम पूरी रफ्तार से शुरू होगा और नवंबर के मध्य तक इसके तैयार होने की उम्मीद है। शहरवासी अब इस नए ओवरब्रिज के खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो गोरखपुर की यातायात व्यवस्था को नई दिशा देगा।