गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर रेलवे यांत्रिक कारखाना में 28 अगस्त 2025 की शाम को मेंटेनेंस के लिए भेजी गई पावर कार में अचानक आग लग गई। उस समय कारखाने में वेल्डिंग का काम चल रहा था, जिसके कारण माना गया कि आग इसी दौरान लगी होगी। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया और पावर कार पूरी तरह से जल गई। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया गया।
जांच और दोषियों की पहचान
आग लगने की घटना के बाद रेल प्रशासन ने जांच रिपोर्ट तैयार कराई। रिपोर्ट में दो सुपरवाइजर और दो अन्य रेलकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। पावर कार के मेंटेनेंस के दौरान सुरक्षा उपायों की कमी और संरक्षा संबंधी खामियों को भी रिपोर्ट में उजागर किया गया। इन सभी दोषियों को चार्जशीट जारी कर दी गई है। चार्जशीट के बाद कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
मुख्य कारखाना प्रबंधक डीके खरे ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जली हुई पावर कार की मरम्मत की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना रोकने के लिए सुरक्षा मानकों को कड़ाई से लागू किया जाएगा। इस घटना ने यह दर्शाया कि मेंटेनेंस और सुरक्षा नियमों में लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है और रेल प्रशासन अब कर्मचारियों की सतर्कता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रहा है।