गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर और उसके आसपास के यात्रियों के लिए नेपाल बॉर्डर तक रेल यात्रा का सपना अब साकार होने वाला है। बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड आमान परिवर्तन परियोजना का काम पूरा हो चुका है और अब गोरखपुर से नेपाल बॉर्डर तक सीधी रेल सेवा शुरू होने जा रही है। रेलवे ने इस मार्ग पर दो एक्सप्रेस और दो पैसेंजर ट्रेनें चलाने की तैयारी कर ली है। योजना के अनुसार गोरखपुर-बहराइच और वाराणसी-बहराइच के बीच चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों को नेपालगंज रोड तक बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही गोंडा से बहराइच के बीच संचालित दो पैसेंजर ट्रेनें भी नेपालगंज रोड तक जाएंगी। इससे यात्रियों को गोरखपुर से नेपाल बॉर्डर तक पहुंचने के लिए अब अलग से बस या अन्य साधन की आवश्यकता नहीं होगी। यह सीधा संपर्क न केवल यात्रा समय को घटाएगा बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी राहत साबित होगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इससे पर्यटकों, व्यापारियों और आम यात्रियों को तेजी और आसानी से नेपाल पहुंचने की सुविधा मिलेगी।
सुरक्षा निरीक्षण और आधारभूत संरचना
उत्तर-पूर्व रेलवे मंडल के तहत आने वाले इस नए रेलखंड पर संरक्षा और संचालन की दृष्टि से व्यापक तैयारी की गई है। नानपारा से नेपालगंज रोड के बीच लगभग 19.33 किलोमीटर लंबे खंड का निरीक्षण उत्तर पूर्व सर्किल के रेल संरक्षा आयुक्त 18 और 19 सितंबर को करेंगे। निरीक्षण के दौरान विशेष ट्रेन इंजन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाकर ट्रैक की मजबूती और गुणवत्ता की जांच की जाएगी। सफल निरीक्षण के बाद ही इस मार्ग पर नियमित रेल संचालन की मंजूरी मिलेगी। इस रेलखंड पर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़े पुल, 10 छोटे पुलों और तीन समपारों पर सीमित ऊंचाई वाले सब-वे का निर्माण किया गया है। इन नई संरचनाओं से गोरखपुर से नेपाल की यात्रा और भी आसान और सुरक्षित हो जाएगी। नेपाल के रूपनदेही जिले और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों के यात्रियों को अब सीधे और बिना बाधा रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना भविष्य में भारत-नेपाल रेल संपर्क को नई दिशा देगी और द्विपक्षीय संबंधों को भी मजबूत बनाएगी।
व्यापार और माल ढुलाई को मिलेगा बढ़ावा
सीधी रेल सेवा से सिर्फ यात्रियों को ही नहीं बल्कि व्यापार और माल ढुलाई को भी बड़ा लाभ मिलेगा। अब तक नौतनवां को नेपाल तक माल भेजने का प्रमुख केंद्र माना जाता था, लेकिन अब नेपालगंज रोड स्टेशन भी एक नए ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित हो रहा है। यहां से मालगाड़ियों के जरिए गोरखपुर और आसपास के जिलों से नेपाल तक सामान भेजना और भी सुगम होगा। इस नई व्यवस्था से सीमावर्ती व्यापार को गति मिलेगी और स्थानीय कारोबारियों को लागत घटाने में मदद मिलेगी। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड के 56.15 किलोमीटर लंबे आमान परिवर्तन प्रोजेक्ट में विद्युतीकरण समेत सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। अब केवल अंतिम निरीक्षण शेष है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, गोरखपुर से नेपाल बॉर्डर तक सीधी ट्रेनों का नियमित संचालन शुरू कर दिया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस परियोजना से पर्यटन, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और सीमावर्ती क्षेत्रों की आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ेंगी।