दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) में शुक्रवार को इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (IET) में सैमसंग इनोवेशन कैंपस का शुभारंभ किया गया। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और कोडिंग-प्रोग्रामिंग जैसी आधुनिक तकनीकों की ट्रेनिंग देकर उन्हें इंडस्ट्री-रेडी बनाना है। उद्घाटन अवसर पर वाइस चांसलर प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि “नई तकनीक से कनेक्ट होना अब विकल्प नहीं, बल्कि समय की आवश्यकता है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि विश्वविद्यालय लगातार विद्यार्थियों को कटिंग-एज फैसिलिटीज उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है। इस मौके पर छात्रों को इनोवेशन कैंपस किट्स भी प्रदान की गईं।
स्किल-बेस्ड लर्निंग और इनोवेशन पर जोर
इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के डीन प्रो. हिमांशु पांडे ने कहा कि इस तरह के प्रोग्राम्स छात्रों को स्किल-बेस्ड लर्निंग के जरिए इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देंगे। वहीं IET डायरेक्टर प्रो. एस.एन. तिवारी ने बताया कि इनोवेशन कैंपस जैसे कार्यक्रम अकैडेमिक-इंडस्ट्री गैप को खत्म करते हैं और छात्रों को सीधे बाजार की मांगों के अनुरूप तैयार करते हैं। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. राजीव रंजन त्रिपाठी ने कहा कि यह प्रोग्राम छात्रों को रियल-वर्ल्ड एप्लीकेशन्स से सीखने का मौका देगा, जिससे उनकी रोजगार क्षमता में सीधा इज़ाफा होगा।
इंडस्ट्री-अकैडमिक कोलैबोरेशन से छात्रों को मिलेगा लाभ
यह प्रोग्राम विश्वविद्यालय और स्वदेश सोसाइटी के बीच हुए एमओयू के तहत आयोजित हुआ। सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. राजीव निगम और डॉ. नितिन शंकर ने बताया कि इस तरह के सहयोग से छात्रों को न सिर्फ एम्प्लॉयबिलिटी बढ़ाने में मदद मिलेगी, बल्कि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी आगे रहेंगे। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों से आए 1000 से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया। इंटरएक्टिव सेशन्स और लाइव डेमो में छात्रों ने टेक्नोलॉजी सीखने के प्रति उत्साह दिखाया और बताया कि यह अनुभव उनके करियर को नई दिशा देगा।
निष्कर्ष:
डी.डी.यू. गोरखपुर में सैमसंग इनोवेशन कैंपस की शुरुआत पूर्वांचल के छात्रों के लिए बड़ा अवसर साबित होगी। यह कदम न केवल उच्च शिक्षा को आधुनिक बनाएगा, बल्कि छात्रों को AI और IoT जैसी तकनीकों में दक्ष बनाकर उन्हें भविष्य की नौकरियों और स्टार्टअप अवसरों के लिए तैयार करेगा। यह पहल अकैडेमिक और इंडस्ट्री के बीच बेहतर तालमेल का भी उदाहरण बनेगी।