Gorakhpur, Uttar Pradesh, गोरखपुर दौरे पर आईं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बड़ा ऐलान किया है। अब प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, संस्थानों और उनसे संबद्ध महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए 75% उपस्थिति (Attendance) अनिवार्य कर दी गई है।
75% उपस्थिति से कम हुई तो परीक्षा फॉर्म रिजेक्ट
राज्यपाल ने साफ किया कि अगर किसी छात्र की उपस्थिति 75% से कम पाई जाती है, तो वह न तो परीक्षा फॉर्म भर सकेगा और न ही परीक्षा देने का अधिकार होगा।
यह घोषणा उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) के 44वें दीक्षांत समारोह में संबोधन के दौरान की।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने जारी किया आदेश
राज्यपाल के इस निर्देश के बाद DDU प्रशासन ने तत्काल आदेश जारी कर दिया है। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि यह नियम उच्च शिक्षा में अनुशासन, गुणवत्ता और पारदर्शिता को मजबूत करेगा।
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से छात्रों की पढ़ाई के प्रति गंभीरता बढ़ेगी और संस्थानों की शैक्षणिक गरिमा में भी वृद्धि होगी।
बायोमैट्रिक और CCTV से होगी निगरानी
नए आदेश के तहत सभी कॉलेज और विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि:
- छात्रों को इस नियम की जानकारी नोटिस बोर्ड, वेबसाइट और कक्षा में दी जाए।
- उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमैट्रिक सिस्टम का उपयोग किया जाए।
- सभी कक्षाओं और प्रमुख स्थानों पर CCTV कैमरे लगाए जाएं ताकि अनुशासन और पारदर्शिता बनी रहे।
छात्रों में चर्चा तेज
इस नियम को लेकर छात्रों में चर्चा तेज हो गई है। कुछ छात्र इसे पढ़ाई और अनुशासन की दिशा में सकारात्मक कदम मान रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि अचानक से 75% अटेंडेंस लागू करने से उन पर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा।