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DDU एथलेटिक मीट के पहले दिन धूम: खिलाड़ियों ने तोड़े दो पुराने रिकॉर्ड, कुलपति बोलीं – “यहीं से तय होता इंटरनेशनल सफर”

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में शुरू हुआ तीन दिवसीय एथलेटिक मीट 2025-26, पहले दिन कल्पनाथ राय कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर में रही कांटे की टक्कर

Athletes competing at DDU Gorakhpur University Athletic Meet 2025

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय वार्षिक एथलेटिक मीट 2025-26 का भव्य शुभारंभ हुआ, जहां पहले ही दिन खिलाड़ियों ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए मैदान में जोश और रोमांच का माहौल बना दिया। इस खेल आयोजन में कल्पनाथ राय डिग्री कॉलेज के खिलाड़ियों ने शानदार शुरुआत करते हुए अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और दो पुराने रिकॉर्ड तोड़कर नया इतिहास रचा। उद्घाटन समारोह में सरस्वती शिशु मंदिर, पक्की बाग के विद्यार्थियों ने घोष वादन किया, जिसने माहौल को ऊर्जावान बना दिया। मुख्य अतिथि ने मार्च पास्ट की सलामी ली, जिसमें 32 टीमों ने हिस्सा लिया। कुल 391 खिलाड़ियों – जिनमें 225 पुरुष और 166 महिलाएं शामिल थीं – ने इस वार्षिक आयोजन में भाग लेकर अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया। क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रो. विमलेश मिश्र और आयोजन सचिव प्रो. राजवीर सिंह के अनुसार इस बार के आयोजन में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे और क्षेत्रीय क्रीड़ांगन के 35 अधिकारी निर्णायक की भूमिका में मौजूद रहे। उद्घोषणा की जिम्मेदारी प्रो. सुषमा पांडेय ने निभाई, जो पिछले 20 वर्षों से इस कार्य का सफल संचालन कर रही हैं।

800 मीटर दौड़ और शॉट पुट में बने नए कीर्तिमान, महिलाओं का भी शानदार प्रदर्शन

पहले दिन की शुरुआत 800 मीटर दौड़ से हुई, जिसमें कल्पनाथ राय डिग्री कॉलेज के ज्ञान सिंह यादव ने पुराना रिकॉर्ड तोड़कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने यह दौड़ 1 मिनट 57.56 सेकंड में पूरी की और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसी स्पर्धा में ऋषभ ने सिल्वर और गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर के हर्ष त्यागी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। महिला वर्ग में कल्पनाथ राय कॉलेज की पूनम निषाद ने गोल्ड हासिल किया, जबकि संत विनोबा पीजी कॉलेज की आंचल पासवान ने सिल्वर और डीडीयू विश्वविद्यालय की संस्कृति पासवान ने ब्रॉन्ज जीता। शॉट पुट में भी खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और नया इतिहास रच दिया। कल्पनाथ राय कॉलेज के रुद्रनारायण पांडेय ने 14.74 मीटर की दूरी तक गोला फेंककर नया रिकॉर्ड बनाया, जो पहले 14.48 मीटर था। इस स्पर्धा में विष्णु पांडेय को सिल्वर और विश्वविद्यालय के रितेश यादव को ब्रॉन्ज मेडल मिला। महिला वर्ग में जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज की ज्योति ने गोल्ड, गोरखपुर विश्वविद्यालय की अंशिका सिंह ने सिल्वर और एमएमएम कॉलेज, भाटपार रानी की सकीना ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। लंबी कूद में भी रोमांच चरम पर रहा, जहां महिला वर्ग में रामजी सहाय पीजी कॉलेज की निशा मौर्य ने गोल्ड, गोरखपुर विश्वविद्यालय की अंजली राय ने सिल्वर और सर्वोदय किसान कॉलेज की सुधा ने ब्रॉन्ज जीता। पुरुष वर्ग में एसकेजीएन कॉलेज के रवि राय ने गोल्ड, नाथ चंद्रावल कॉलेज के राहुल पासवान ने सिल्वर और विश्वविद्यालय के जयभारत यादव ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।

पदक तालिका में टक्कर, कुलपति ने कहा – “यहीं से तय होता खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय सफर”

दिन के अंत तक पदक तालिका में गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर और कल्पनाथ राय कॉलेज के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। दोनों ने 9-9 पदक जीतकर अपनी उत्कृष्टता का परिचय दिया। 200 मीटर और 5000 मीटर की रेस ने खेल के रोमांच को और बढ़ा दिया। 200 मीटर पुरुष वर्ग में एसकेजीएन कॉलेज के रवि राय ने एक और गोल्ड अपने नाम किया, जबकि विशांत (कल्पनाथ राय कॉलेज) ने सिल्वर और सेंट एंड्रयूज कॉलेज के सरफराज ने ब्रॉन्ज जीता। महिला वर्ग में विश्वविद्यालय की रिया सिंह गौतम ने गोल्ड, कल्पनाथ राय कॉलेज की निशा साहनी ने सिल्वर और विश्वविद्यालय की श्रेया सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त किया। 5000 मीटर पुरुष वर्ग में कल्पनाथ राय कॉलेज के अनुज यादव ने गोल्ड, विश्वविद्यालय के रामसहाय भारद्वाज ने सिल्वर और अखिल भाग्य पीजी कॉलेज के महेंद्र सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। महिला वर्ग में कल्पनाथ राय कॉलेज की पूनम निषाद ने एक और गोल्ड जीतकर दिन की स्टार एथलीट का खिताब हासिल किया। समापन सत्र में कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए कहा कि खेल मानवता के निर्माण का सबसे प्रभावी माध्यम है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय जैसे शिक्षण संस्थान खिलाड़ियों की नर्सरी होते हैं, जहां से उनकी प्रतिभा निखरकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचती है। कुलपति ने यह भी कहा कि अनुशासन और लगन के साथ खेल मैदान में दिया गया प्रदर्शन ही खिलाड़ियों को जीवन में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाता है। क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रो. विमलेश मिश्र ने कहा कि हार और जीत से ज्यादा खेल भावना और उत्कृष्ट प्रदर्शन की भावना महत्वपूर्ण होती है। इसी भावना से एक मजबूत समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव है।

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