दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 25 अगस्त को आयोजित होने वाले 44वें दीक्षांत समारोह की तैयारियां पूरी रफ्तार पर हैं। आयोजन स्थल योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में रविवार दोपहर 12 बजे से पूर्वाभ्यास हुआ। इसमें पदक विजेता छात्र-छात्राओं के साथ विभिन्न समितियों से जुड़े शिक्षक भी शामिल हुए। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि पूर्वाभ्यास के साथ ही आयोजन स्थल पर अंतिम तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी। समारोह दोपहर डेढ़ बजे से होगा, जिसमें राज्यपाल और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि होंगी।
मेधावी छात्रों को मिलेगा सम्मान
दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल मेधावी छात्रों को पदक और उपाधि प्रदान करेंगी। यह अवसर विश्वविद्यालय के लिए खास होने वाला है, क्योंकि बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अपने परिश्रम का सम्मान पाएंगे। समारोह में राज्यपाल लगभग 26 घंटे तक गोरखपुर प्रवास पर रहेंगी और विश्वविद्यालय से जुड़ी कई महत्वपूर्ण गतिविधियों में शामिल होंगी।
करोड़ों की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
समारोह के दौरान कुलाधिपति विश्वविद्यालय की नवीनीकृत और नई परियोजनाओं को भी जनता को समर्पित करेंगी। इनमें संत कबीर छात्रावास का जीर्णोद्धार (408 लाख), माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला (53.96 लाख), रसायन शास्त्र प्रयोगशाला (49.03 लाख) और अतिथि गृह का नवीनीकरण शामिल है। इसके अलावा अलकनंदा छात्रावास के नए ब्लॉक (3 करोड़ रुपये) का लोकार्पण भी होगा। वहीं, इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (31.62 करोड़), विधि संकाय भवन (9.87 करोड़) और केंद्रीय यंत्रण भवन ‘सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन फैसिलिटी’ (30.82 करोड़) जैसी बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया जाएगा।
डीडीयू का यह दीक्षांत समारोह न केवल छात्रों के लिए गौरवपूर्ण होगा, बल्कि विश्वविद्यालय की विकास यात्रा में भी मील का पत्थर साबित होगा। यह आयोजन गोरखपुर की शैक्षिक और शोध गतिविधियों को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।