गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गुरुवार को आयुक्त सभागार में मंडलीय उद्योग बंधु की बैठक का आयोजन किया गया। कमिश्नर अनिल ढींगरा ने सभी विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि उद्यमियों और विभिन्न विभागों के बीच सीधा संवाद एवं समन्वय आवश्यक है। उद्योग बंधु समिति का उद्देश्य निवेशकों और उद्यमियों को एक ही मंच पर उनकी समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराना है, जिससे मंडल में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिले।
सीईटीपी स्थापना और बिजली तारों का अंडरग्राउंड कार्य
बैठक में चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने गीडा में प्रस्तावित सीईटीपी (कम्पलीट इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) की स्थापना का मामला उठाया। कमिश्नर ने कहा कि इसे समय पर स्थापित किया जाए। उद्यमियों ने इंडस्ट्रियल एरिया और इंडस्ट्रियल एस्टेट में बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की मांग की। इस पर कमिश्नर ने बिजली निगम के अधिकारियों को तत्काल कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। बैठक में उद्यमियों ने सीईटीपी में भागीदारी और औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली तारों को अंडरग्राउंड करने का मामला विशेष रूप से उठाया।
रोजगारपरक योजनाओं की समीक्षा और लक्ष्य निर्धारण
बैठक में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान और ओडीओपी योजना की समीक्षा की गई। बताया गया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान में 7800 के लक्ष्य के मुकाबले 9212 आवेदन बैंकों को भेजे गए। जबकि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में 739 के लक्ष्य के मुकाबले केवल 604 आवेदन ही भेजे गए। ओडीओपी योजना में 122 के लक्ष्य के मुकाबले 143 आवेदन भेजे गए। कमिश्नर ने विभागों को अपने लक्ष्यों को बढ़ाने, आवेदन पत्रों का तुरंत निस्तारण करने और निवेश मित्र पोर्टल पर अनुमोदन की समीक्षा कर शत-प्रतिशत मामलों का निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में गीडा सीईओ अनुज मलिक, संयुक्त आयुक्त उद्योग एचपी सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।