गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) आगामी 1 नवंबर को एक ऐतिहासिक कार्यक्रम की मेजबानी करने जा रहा है। इस दिन विश्वविद्यालय परिसर के योगी बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में दोपहर 3 बजे से 4 बजे तक सैमसंग इनोवेशन कैंपस (SIC) का सर्टिफिकेट वितरण समारोह आयोजित होगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। यह कार्यक्रम न केवल विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए बल्कि पूरे पूर्वांचल क्षेत्र के युवाओं के लिए तकनीकी प्रगति की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम साबित होगा। कार्यक्रम में सैमसंग इंडिया और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ESSCI) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस समारोह के दौरान DDU के 1600 से अधिक छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे, जिन्होंने सैमसंग इनोवेशन कैंपस द्वारा संचालित ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लिया है। इन छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), और कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। सर्टिफिकेट वितरण का यह आयोजन युवाओं के कौशल विकास और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करने वाली सरकारी एवं निजी साझेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस कार्यक्रम में शामिल होना यह दर्शाता है कि राज्य सरकार युवाओं के डिजिटल सशक्तिकरण और तकनीकी शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
युवाओं को उद्योग-आधारित प्रशिक्षण से रोजगार की नई राह
DDU विश्वविद्यालय में सैमसंग इनोवेशन कैंपस कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया और स्वदेश संस्था के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य पूर्वांचल क्षेत्र के युवाओं को व्यवहारिक और उद्योग-आधारित तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध कराना है, ताकि वे भविष्य के रोजगार बाजार में प्रतिस्पर्धी बन सकें। कार्यक्रम में शामिल छात्रों को न केवल टेक्निकल स्किल्स सिखाई गईं बल्कि उन्हें वास्तविक उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया गया है। यह प्रशिक्षण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा एनालिटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग जैसे विषयों पर केंद्रित रहा, जो वर्तमान डिजिटल अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन चुके हैं। इस पहल के माध्यम से युवाओं को “स्किल टू एम्प्लॉयमेंट” यानी कौशल से रोजगार की दिशा में एक ठोस मंच प्रदान किया गया है। सैमसंग और ESSCI का यह संयुक्त प्रयास भारत सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूत करने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी सहायक है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस प्रकार के सहयोगी प्रोजेक्ट न केवल छात्रों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
विश्वविद्यालय के ‘स्किल टू एम्प्लॉयमेंट’ मिशन को मिलेगी नई गति
दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि सैमसंग इनोवेशन कैंपस जैसे कार्यक्रम विश्वविद्यालय के ‘स्किल टू एम्प्लॉयमेंट’ मिशन को नई ऊर्जा प्रदान करते हैं। उनके अनुसार, जब विद्यार्थी आधुनिक तकनीक की वास्तविक समझ और व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करते हैं, तो वे न केवल आत्मनिर्भर बनते हैं बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भी विकास में योगदान करते हैं। प्रो. टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार प्रयासरत है कि अधिक से अधिक युवाओं को इस प्रकार की तकनीकी पहल में शामिल किया जाए, ताकि पूर्वांचल क्षेत्र के छात्र बड़े शहरों की तरह गुणवत्तापूर्ण डिजिटल शिक्षा से वंचित न रहें। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस समारोह में शामिल होना विश्वविद्यालय परिवार के लिए गर्व का विषय है और यह इस बात का संकेत है कि प्रदेश सरकार युवाओं के स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल एम्पावरमेंट को अपनी प्राथमिकता सूची में शीर्ष पर रखती है। आगामी समारोह में छात्रों, शिक्षकों और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहेंगे। इस आयोजन को गोरखपुर और पूर्वांचल क्षेत्र में डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है, जो आने वाले वर्षों में हजारों युवाओं के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।




