गोरखपुर दौरे के दूसरे दिन गुरुवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने जनता दर्शन कार्यक्रम में शामिल होकर लोगों की फरियादें सुनीं। सुबह से ही मंदिर परिसर में लोग समस्याओं को लेकर जुटने लगे थे और करीब 7:30 बजे मुख्यमंत्री वहां पहुंचे। 200 से अधिक लोग अपनी शिकायत लेकर उपस्थित हुए थे। सभी को कुर्सियों पर बैठाया गया और सीएम योगी एक-एक कर उनके पास गए। उन्होंने सभी का शिकायती पत्र लिया और संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम ने भरोसा दिलाया कि जनता की हर समस्या का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाएगा और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
भूमाफिया और अवैध कब्जों पर कड़ा रुख
जनता दर्शन में जमीन से जुड़े मामलों की संख्या सबसे अधिक रही। कई लोगों ने जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायतें कीं। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि भूमाफियाओं और गरीबों को उजाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि कमजोरों की जमीन पर कब्जा करने वाले किसी भी हालत में बख्शे नहीं जाएंगे और उनके खिलाफ कठोर कानूनी कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने तहसील और थाने स्तर पर आने वाली शिकायतों का भी त्वरित निस्तारण करने पर जोर दिया।
इलाज और सामाजिक मुद्दों पर मदद का आश्वासन
जनता दर्शन में कई लोग अपने बीमार परिजनों के इलाज के लिए सहायता की गुहार लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने उनके आवेदन संबंधित अधिकारियों को सौंपते हुए कहा कि चिकित्सा खर्च का इस्टीमेट तैयार कर जल्द से जल्द शासन को भेजा जाए ताकि समय पर सहायता उपलब्ध कराई जा सके। इसके अलावा सीएम ने जनता दर्शन में पहुंचे बच्चों से बातचीत की, उनके नाम पूछे और उन्हें चॉकलेट दी। बच्चों को पढ़ाई में मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा ही जीवन को संवारने का सबसे बड़ा साधन है। मुख्यमंत्री के इस व्यवहार से वहां मौजूद लोगों में संतोष और उत्साह का माहौल दिखाई दिया।