गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर स्थित गोशाला में गायों की सेवा की और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा की। मुख्यमंत्री ने गायों को गुड़, चना, केला और रोटी खिलाई और उन्हें माला पहनाई। उन्होंने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव के पंच दिवसीय महापर्व की श्रृंखला में इस दिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गोवर्धन पूजा भारत की कृषि प्रधान व्यवस्था और गोवंश के महत्व का प्रतीक है। सीएम ने बताया कि प्रदेश में 16 लाख गोवंश हैं, जिनकी सुरक्षा और संवर्धन के लिए सरकार लगातार योजनाएं चला रही है।
गोवंश संरक्षण के लिए तीन प्रमुख योजनाएं
सीएम योगी ने बताया कि गोवंश के संरक्षण के लिए तीन प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं। पहली है निराश्रीत गोआश्रय स्थल योजना, जिसमें प्रत्येक गोवंश के लिए प्रति माह 1500 रुपये दिए जाते हैं। दूसरी है सहभागिता योजना, जिसमें किसान अगर गोवंश के संरक्षण व संवर्धन में सहयोग करता है तो उसे प्रत्येक गोवंश के लिए 1500 रुपये मासिक दिए जाते हैं।
तीसरी योजना कुपोषित परिवारों के लिए है, जिसमें उन्हें दूध देने वाली गाय दी जाती है और इसके साथ ही मासिक 1500 रुपये भी मिलते हैं। इन योजनाओं से गोवंश संरक्षण के साथ-साथ लोगों को पोषण भी मिलता है और कृषि जीवन में मदद मिलती है।
जनता दर्शन और समस्याओं का समाधान
गोवर्धन पूजा के बाद मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचे और वहां 200 से अधिक लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
साथ ही उन्होंने आर्थिक मदद की जरूरत वाले लोगों को भी सहायता देने का भरोसा दिया और कहा कि इस्टीमेट बनवाकर सरकार मदद करेगी। इस अवसर पर लोगों ने सीएम के गोवंश संरक्षण और जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण की सराहना की।